इस्लामाबाद। पाकिस्तान में बलूचिस्तान नेशनल पार्टी-मेंगल (बीएनपी-एम) ने बुधवार को पाकिस्तान तहरीक ए इंसाफ के नेतृत्व वाली संघीय सरकार को करारा झटका देते हुए उस पर पार्टी के साथ हुए समझौते को लागू करने में विफल रहने का आरोप लगाकर गठबंधन से अलग होने की घोषणा कर दी।
डॉन की एक रिपोर्ट के अनुसार बीएनपी-एम के अध्यक्ष सरदार अख्तर मेंगल ने नेशनल असेंबली के सत्र के दौरान कहा कि पीटीआई ने 2018 चुनावों के बाद और बाद में राष्ट्रपति चुनावों के दौरान सरकार गठन के समय पार्टी के साथ दो समझौतों पर हस्ताक्षर किए थे, लेकिन समझौते के एक भी बिंदु को लागू नहीं किया गया था।
मेंगल ने अपने भाषण के दौरान लापता व्यक्तियों की दो सूचियाँ प्रस्तुत कीं- एक सूची में 18 लोगों के नाम थे जो अब तक मिल चुके हैं जबकि दूसरी सूची में लगभग 500 लोगों के नाम शामिल हैं जो पीटीआई के साथ समझौतों पर हस्ताक्षर करने के बाद लापता हुए थे।
उन्होंने दावा किया कि बलूचिस्तान में कानून- व्यवस्था की स्थिति बिगड़ रही है, मौत के दस्तों को फिर से सक्रिय कर दिया गया है। संघीय सरकार की प्राथमिकताओं पर सवाल उठाते हुए उन्होंने आरोप लगाया कि पाकिस्तान की सरकार बलूचिस्तान की तुलना में कश्मीर के बारे में अधिक चिंतित है।
मेंगल ने देश में कोरोना संक्रमण के प्रसार के लिए बलूचिस्तान और संघीय सरकार दोनों को जिम्मेदार ठहराया है। उन्हाेंने कहा कि संघीय सरकार ने बिना किसी इंतजाम के ईरान से बड़ी संख्या में तीर्थयात्रियों को ताफ्तान में प्रवेश करने की अनुमति दी थी।