अजमेर। राजस्थान में अजमेर के सांसद भागीरथ चौधरी ने माध्यमिक शिक्षा बोर्ड राजस्थान अजमेर का विखंडन नहीं करने की मांग करते हुए सरकार को चेतावनी दी है कि ये असहनीय होगा और किसी भी स्थिति में स्वीकार्य नहीं होगा।
चौधरी ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत एवं मुख्य सचिव निरंजन आर्य को पत्र लिखकर आक्रोश व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि बोर्ड को मजबूत करने के बजाए उसके विखंडन का षडयंत्र बोर्ड की गरिमा और गौरव के साथ खिलवाड़ है और अजमेर की जनता इसे बर्दाश्त नहीं करेगी।
उन्होंने बोर्ड अध्यक्ष द्वारा बीकानेर में कार्यालय के लिए जमीन मांगें जाने पर उनकी नियत पर सवाल उठाते हुए कहा कि बोर्ड अध्यक्ष तुष्टीकरण का खेल कर अजमेर के हितों से न खेलें।
उन्होंने सरकार को चेताया कि वे अजमेर में स्थापित माध्यमिक शिक्षा बोर्ड मुख्यालय के जर्जर हो रहे भवन हेतु उसकी सुध ले और पर्याप्त सुविधाएं विकसित करें। बोर्ड का कार्यभार जिस तरह बढ़ रहा है वहां पदों का सृजन और रिक्त पदों को भरा जाना भी आवश्यक है।
चौधरी ने शिक्षा नगरी अजमेर का बोर्ड मुख्यालय को गौरव बताते हुए कहा कि केवल राजनीतिक उद्देश्य के लिए इस गौरव के साथ किसी भी खिलवाड़ का हम विरोध करते हैं।
उल्लेखनीय है कि पूर्व चिकित्सा मंत्री एवं केकड़ी विधायक डॉ. रघु शर्मा ने भी कल बोर्ड के विखंडन अथवा विभाजन की आशंकाओं के मद्देनजर मुख्यमंत्री को विरोध का पत्र लिखा था।