अजमेर। राजस्थान के शिक्षा मंत्री बुलाकीदास कल्ला ने आज अजमेर में स्पष्ट कर दिया कि माध्यमिक शिक्षा बोर्ड राजस्थान का विभाजन नहीं किया जा रहा। इसके विखंडन का सवाल ही नहीं उठता।
कल्ला आज अजमेर में एक निजी स्कूल के कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंचे जहां उन्होंने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि बोर्ड का मुख्यालय अजमेर था, है और रहेगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि बोर्ड के कार्यों में समन्वय के लिए संभाग मुख्यालयों पर बोर्ड के समन्वय कार्यालय बनाए जाने प्रस्तावित है जिस पर किसी को कोई एतराज नहीं होना चाहिए।
एक सवाल के जवाब में डा कल्ला ने कहा कि नई शिक्षा नीति आ गई है जिसका अध्ययन चल रहा है। इस नीति के तहत आगे हर बच्चे के लिए अब प्री-प्राइमरी की पढ़ाई जरुरी होगी। महात्मा गांधी स्कूलों में प्री प्राइमरी की पढ़ाई शुरू कराई जाएगी जिसमें अंग्रेजी विषय को भी शामिल किया जाएगा ताकि मध्यम व गरीब वर्गीय बच्चे भी उच्च स्तरीय शिक्षा हासिल कर सकें। उन्होंने जानकारी दी कि अब तक 562 महात्मा गांधी स्कूल खोले जा चुके हैं और यह काम निरंतर चल रहा है।
प्रदेश के स्कूलों और कोरोना के विषयक सवाल के जवाब में कल्ला ने कहा कि अब कोविड के साथ ही जीना होगा। ऐसे में बच्चों की पढ़ाई का नुकसान न हो इसलिए ऑनलाइन एवं ऑफलाइन दोनों तरह से शिक्षा का क्रम बनाया गया है। बच्चे अपनी पढ़ाई का नुकसान न कर दोनों में से किसी भी माध्यम से अध्ययन कर सकते हैं।
कल्ला ने अजमेर के सर्किट हाउस में जनसुनवाई भी की। विद्यार्थी मित्रों ने अपने नियमितीकरण का मांगपत्र भी सौंपा। कल्ला से मुलाकात करने वालों में पूर्व विधायकगण डॉ. श्रीगोपाल बाहेती, डॉ. राजकुमार जयपाल, शहर कांग्रेस के निवर्तमान महासचिव शिव कुमार बंसल आदि भी रहे। उल्लेखनीय है कि कल्ला बीती रात ही अजमेर के सर्किट हाउस पहुंच गए थे जहां कांग्रेसजनों ने उनका स्वागत किया।