सतना/बांदा। मध्यप्रदेश के सतना से अपहृत किए गए दो बच्चों के शव उत्तर प्रदेश के बांदा जिले के मरका थाना क्षेत्र में बरामद किए गए हैं। इस मामले में गिरफ्तार किए गए आरोपियों में से चार बांदा और एक हमीरपुर जिले का निवासी है।
पुलिस सूत्रों ने आज यहां बताया कि सतना के तेल व्यापारी बृजेश रावत के जुड़वां बेटों शिवांश और देवांश (6) का 12 फरवरी को असलहाधारी दो बदमाशों ने अपहरण कर लिया था।
उन्होंने बताया कि मरका थाने की पुलिस को दोनों बच्चों के शव यमुना नदी में डुबोए जाने की सूचना मिली थी। जिसके बाद शनिवार रात उनकी तलाश शुरू की गई थी। बच्चों के शव रविवार तड़के नदी से बरामद किए गए। दोनों के हाथ और पैर बदमाशों ने बांध दिए थे।
उन्होंने बताया कि शवों के बरामद होने की जानकारी सतना पुलिस को दे दी गई है। वहीं, सतना जिला पुलिस की ओर से बयान जारी कर बताया गया है कि बदमाशों ने कई बार राहगीरों से मोबाइल लेकर बच्चों के पिता को फोन किया था और दो करोड़ रुपए की फिरौती मांगी थी। जिसके बाद उन्होंने जिला पुलिस को जानकारी दिये बगैर 20 लाख रुपए बदमाशों को दे भी दिए थे।
पुलिस ने बच्चों को अगवा करने और उनकी हत्या के आरोप में जिन लोगों को गिरफ्तार किया है उनमें बांदा जिले के बबेरू थाना क्षेत्र के भवुआ अंश गांव का राजू द्विवेदी पुत्र राकेश कुमार द्विवेदी, इसी गांव का रोहित द्विवेदी पुत्र ब्रह्मदत्त द्विवेदी, बांदा के विसण्डा थाने के तेंदुरा गांव निवासी लकी सिंह तोमर पुत्र सत्येंद्र सिंह तोमर, बांदा के छेरा निवासी रामकेश यादव पुत्र रामशरण यादव और हमीरपुर जिले के गुरदहा निवासी पिंटू उर्फ पिंटा पुत्र रामस्वरूप यादव शामिल हैं।
सूत्रों का कहना है कि इस मामले में मध्यप्रदेश के अलावा उत्तरप्रदेश पुलिस भी आरोपियों को तलाश रही थी। सतना पुलिस का दावा है कि इस बीच बच्चों के परिजनों ने 20 फरवरी को उन्हें बताए बगैर आरोपियों को 20 लाख रूपए की फिरौती दे दी। इसके बावजूद बच्चों को वापस नहीं सौंपा गया। बाद में दोनों राज्यों की पुलिस ने बच्चों को ढूंढने के प्रयास और तेज कर दिए।
प्रयासों के बीच पुलिस एक आरोपी रोहित द्विवेदी तक पहुंच गई और पूछताछ में उसने सिलसिलेवार घटना की जानकारी पुलिस को दी। पूछताछ के आधार पर अन्य आरोपियों को भी गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपियों से बताए गए स्थान से पुलिस ने कल रात दोनों बच्चों के शव बरामद कर लिए। आरोपियों के कब्जे से फिरौती के रूप में ली गई 20 लाख रूपए की राशि में से सत्रह लाख रूपए से अधिक की राशि, तीन बाइक, एक जीप, एक कट्टा और अन्य सामान जब्त किया है।
इस बीच रीवा के पुलिस महानिरीक्षक चंचल शेखर ने मीडिया से संपूर्ण घटनाक्रम की जानकारी देते हुए कहा कि पुलिस को इस बाद का दुख है कि इस मामले में बच्चों की जान नहीं बचाई जा सकी। उन्होंने कहा कि आरोपियों को सख्त से सख्त और जल्दी सजा दिलाने के पूरे प्रयास किए जाएंगे।
वहीं अब चित्रकूट में शांति है। पुलिस ने ऐहतियातन निषेधाज्ञा लागू कर दी है। नगर में आज सुबह कुछ लोगों की भीड़ ने मुख्य आरोपी पद्म शुक्ला के आवास के अलावा स्कूल से संबंधित इमारतों और कुछ अन्य स्थानों पर तोड़फोड़ की थी। पुलिस तत्काल सक्रिय हुई और लोगों की भीड़ काे खदेड़ दिया। बाद में ऐहतियात के तौर पर नगर में निषेधाज्ञा लागू कर अतिरिक्त पुलिस बल तैनात कर दिया गया। वहीं बच्चों के शव परिजनों को सौंपे जाने की कार्रवाई भी की जा रही है।