नई दिल्ली। नौसेना ने कहा है कि उसे 10 दिन पहले अरब सागर के ऊपर दुर्घटनाग्रस्त हुए मिग-29 के लड़ाकू विमान के मलबे के निकट मानव शरीर के अवशेष मिले हैं जिन्हें डीएनए जांच के लिए भेजा गया है जिससे कि दुर्घटना में लापता पायलट की पहचान की जा सके।
नौसेना का मिग-29 के प्रशिक्षु विमान गत 26 नवम्बर को अरब सागर में गोवा के निकट दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। विमान में सवार एक पायलट को सुरक्षित बचा लिया गया था हालांकि दूसरे पायलट कमांडर निशांत के बारे में कुछ नहीं पता चल पाया था। नौसेना ने उसी दिन से उनका पता लगाने के लिए तलाश अभियान शुरू किया था।
नौसेना के अनुसार 11 दिन के निरंतर अभियान के बाद आखिरकार आज अरब सागर में गोवा से तीस समुद्री मील की दूरी पर सागर में करीब 70 मीटर नीचे विमान के मलबे के पास एक मानव शरीर के अवशेष मिले हैं जिन्हें डीएनए जांच के लिए भेजा गया है। इससे लापता पायलट की पहचान में मदद मिलेगी।
लापता पायलट का पता लगाने के लिए नौसेना ने व्यापक अभियान शुरू किया था। इसमें युद्धपोतों, पनडुब्बियों, हेलिकॉप्टरों तथा टोही विमानों की मदद ली गई। नौसेना के गोताखोरों ने भी दिन रात तलाश अभियान चलाया। विमानों और हेलीकॉप्टरों ने तलाशी अभियान के दौरान 270 घंटे से भी अधिक समय तक उड़ान भरी। विशेषज्ञ गोताखोरों ने भी मलबे के अंदर गहन छानबीन की और इसमें एचडी कैमरा टीवी मदद ली गई।