जयपुर। मोटी-मोटी आंखें, माथे पर सिलवटें और चेहरे पर ऐसी मुस्कान, जिसके पीछे की कहानी समझना हमेशा मुश्किल लगता है।
जब आशुतोष राणा का नाम आता है, तब कुछ ऐसी ही तस्वीर बनती है। बॉलीवुड अभिनेता आशुतोष राणा आज उस मुकाम पर हैं जहां उन्हें किसी भी तरह के परिचय की जरूरत नहीं है। आशुतोष ने रविवार को अपना 53वां जन्मदिन मनाया। आशुतोष का जन्म 10 नवंबर 1967 को मध्य प्रदेश के जिले नरसिंहपुर में हुआ था। अब तक के अपने फिल्मी करियर में वह कई बेहतरीन और दिलचस्प किरदारों को बखूबी पर्दे पर उतार चुके हैं। उन्हें जब याद किया जाता है, तो कई और यादें भी ताजा हो जाती हैं। अपने लाजवाब अभिनय, दमदार आवाज और बेहतरीन संवाद अदायगी के कारण वे दूसरों से अलग दिखते हैं।
फिल्म इंडस्ट्री में अलग मुकाम बनाया—
अपने लीक से हटकर अभिनय की वजह से आशुतोष राणा ने फिल्म इंडस्ट्री में अलग मुकाम बनाया है । उन्होंने ‘दुश्मन’ और ‘संघर्ष’ जैसी फिल्मों में अपनी जबरदस्त भूमिका से दर्शकों के रोंगटे खड़े कर दिए थे । उसके बाद आई ‘जख्म’ फिल्म में अपने बेहतरीन अभिनय से दर्शकों का दिल जीता । आशुतोष ने सिर्फ बॉलीवुड में ही नहीं बल्कि दक्षिण भारतीय फिल्मों में भी अपने किरदारों से दर्शकों को हैरान किया है । आशुतोष ने अपने अभिनय करियर की शुरुआत छोटे पर्दे के साल 1990 में धारावाहिक ‘स्वाभिमान’ से की थी । लेकिन यहां तक पहुंचने के लिए भी उन्हें कई मुश्किलों का सामना करना पड़ा था ।
–आशुतोष वकील बनना चाहते थे—
मध्य प्रदेश के एक छोटे से गांव के रहने वाले आशुतोष वकील बनना चाहते थे, मगर उनकी किस्मत को कुछ और मंजूर था । बचपन में आशुतोष अपने गांव में होने वाली रामलीला में रावण का रोल निभाया करते थे । उनके दादा जी चाहते थे कि वह एक्टिंग में करियर बनाएं । उन्होंने सलाह दी, तभी आशुतोष ने अभिनय की ओर ध्यान दिया । आशुतोष को एनएसडी में ही नौकरी का ऑफर मिला था लेकिन उन्होंने फिल्म जगत में आने का रास्ता चुना । शुरुआत हुई टीवी शो स्वाभिमान से । इसके बाद उन्हें टीवी पर और भी कई सीरियल्स में मौका मिला । वह फर्ज, साजिश, कभी-कभी और वारिस जैसे शोज में आए और पॉपुलर भी हुए । वह बाजी किसकी जैसे शो को होस्ट भी कर चुके हैं । टीवी के बाद उन्हें साल 1998 में फिल्मों में भी मौका मिला । फिल्म ‘दुश्मन’से उन्होंने बॉलीवुड में पहचान बनाई । फिल्म में उन्होंने साइको किलर का रोल किया था, जो इतना पॉपुलर हुआ कि आशुतोष एक दमदार विलेन के रूप में उभरने लगे । इस फिल्म के लिए उन्हें बेस्ट विलेन का फिल्मफेयर और स्क्रीन वीकली अवॉर्ड भी मिल था । फिल्म ‘संघर्ष’ के जरिए आशुतोष ने फिर एक बार खुद को साबित किया । इसके लिए भी उन्हें बेस्ट विलेन का अवॉर्ड मिला । आशुतोष ने महेश भट्ट के साथ कई फिल्मों में काम किया । आशुतोष अब तक 70 से अधिक फिल्मों में काम कर चुके हैं । जाह्नवी कपूर की डेब्यू फिल्म धड़क में उनके पिता के रोल में नजर आए थे ।
—आशुतोष जीवन में गुरु को महत्व देते हैं—
अभिनेता आशुतोष शूटिंग में कितने ही व्यस्त क्यों न हों लेकिन जब उनके गुरु सवा करोड़ पार्थिव शिवलिंग निर्माण महारुद्र यज्ञ के लिए बुलाते हैं तो वो सारे काम छोड़कर भागे चले जाते हैं। इसके अलावा आशुतोष की जिंदगी में पूजा-पाठ की भी खास अहमियत है। वह भगवान शिव के बहुत बड़े भक्त हैं। ऐसा बहुत कम होता है किसी कलाकार के साथ। आशुतोष इस अर्थ में अनूठे हैं। वे अपने जीवन में गुरु को महत्व देते हैं ।
—पैर छूने पर भड़क गए थे महेश भट्ट—
आशुतोष ने अपने एक इंटरव्यू के दौरान बताया था कि, मुझे फिल्मकार महेश भट्ट से मिलने के लिए भेजा गया । जब मैं उनसे मिला तो भारतीय परंपरा के मुताबिक मैंने उनके पैर छुए, लेकिन इस बात पर वह बुरी तरह से भड़क पड़े। दरअसल पैर छूने वाले लोगों से बहुत नफरत थी। इसके बाद उन्होंने मुझे अपनी फिल्म के सेट से बाहर निकलवा दिया। सिर्फ इतना ही नहीं वह इस वजह से अपने सहायक निर्देशकों पर काफी नाराज हुए और कहा कि उन्होंने मुझे फिल्म के सेट पर कैसे आने दिया। हालांकि इतना अपमान होने के बाद भी उन्होंने हार नहीं मानी और इसके बावजूद वह जब भी उनसे मिलते उनके पैर जरूर छूते थे। आशुतोष ने बताया आखिरकार एक दिन उन्होंने मुझसे पूछ ही लिया कि तुम मेरे पैर क्यों छूते हो, मुझसे इससे नफरत है। मैंने उन्हें जवाब दिया कि, बड़ो के पैर छूना मेरे संस्कारों में है और मैं इसे छोड़ नहीं सकता। इसके बाद उन्होंने गले से लगा लिया और अपने धारावाहिक ‘स्वाभिमान’ में मुझे पहला रोल दिया, जो एक गुंडे की भूमिका थी। बाद में मैंने महेश भट्ट के साथ ‘दुश्मन’ और ‘जख्म’ जैसी कई फिल्मों में काम किया।
—आशुतोष राणा ने नायिका रेणुका शहाणे से शादी की है—
आशुतोष राणा ने रेणुका शहाणे से शादी की है। रेणुका और आशुतोष की पहली मुलाकात फिल्म ‘जयति’ की शूटिंग के दौरान हुई थी । इसके बाद कई महीनों तक दोनों में कोई बात नहीं हुई । 1998 अक्टूबर में आशुतोष ने रेणुका को फोन कर दिवाली की बधाई दी । इसके बाद दो-तीन दिन उन्होंने लगातार रेणुका को फोन किया । उसके बाद 3 महीने तक दोनों फोन पर ही बात करते रहे । साल 2001 में आशुतोष ने रेणुका शहाणे से शादी कर ली । रेणुका की एक शादी पहले ही टूट चुकी थी । अब दोनों के दो बच्चे शौर्यमन और सत्येंद्र हैं ।
–शंभू नाथ गौतम, वरिष्ठ पत्रकार–