मुंबई रंगमंच को अभिनय की बारीकियां समझाने का मजबूत माध्यम करार देते हुये बालीवुड अभिनेता गोविंद नामदेव ने आज कहा कि रंगमंच से जुड़ा कलाकार फिल्मों में कभी असफल नहीं हो सकता।
नामदेव ने आज यहां पत्रकारों से बातचीत में कहा कि थिएटर अभ्यासों का माध्यम है। एक कलाकार जितना अधिक अभ्यास करेगा उतना ही निखरता जाएगा। कलाकार अभ्यास के दौरान हर दिन नया सीखता है। अभ्यास से वह इतना मजबूत हो जाता है कि उसकी जड़ों को कभी कोई हिला नहीं पाता।
फिल्मफेयर में सर्वश्रेष्ठ खलनायक के अवार्ड से सम्मानित नामदेव ने कहा कि सागर से दिल्ली पहुंचने के बाद एनएसडी से जुड़ा और फिर एक दशक से अधिक समय तक रंगमंच की दुनिया में अपने को तराशा। रंगमंच से जुड़ा कलाकार फिल्मों में कभी असफल नहीं हो सकता। नाना पाटेकर, नवाजुद्दीन सिद्दीकी, ओमपुरी नसरुद्दीन शाह, मनोज बाजपेई और वह खुद इसके उदाहरण है।
उन्होने कहा “ सिनेमा की दुनिया में गॉडफादर किसी को लोकप्रिय कलाकार नहीं बना सकता। अगर आप में टैलेंट है तो लोग पूछेंगे, पसंद करेंगे। टैलेंट ही आपका गॉडफादर है। किसी के टैलेंट को कोई छिपा भी नहीं सकता वह भीड़ में भी अलग दिखाई देगा। दिल्ली से मुंबई के तरफ अपने ऊपर विश्वास करके ही रूख किया था और आज आपके सामने हूं। ”