मुंबई। घरेलू शेयर बाजारों में मंगलवार का दिन उतार-चढ़ाव भरा रहा और बीएसई का 30 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स सुबह करीब 300 अंक चढ़ने के बावजूद अंत में 2.56 अंक की मामूली गिरावट के साथ 51,934.88 अंक पर बंद हुआ।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी रिकॉर्ड स्तर से 7.95 अंक यानी 0.05 प्रतिशत फिसलकर 15,574.85 अंक पर बंद हुआ। इससे पहले सात कारोबारी सत्रों में इसमें तेजी रही थी। धातु, बुनियादी वस्तुओं और बैंकिंग समूहों की कंपनियों में बिकवाली का दबाव अधिक रहा। तेल एवं गैस और उर्जा क्षेत्र की कंपनियों में लिवाली रही।
बीएसई में मझौली कंपनियों का सूचकांक मिडकैप 0.01 प्रतिशत की तेजी के साथ 21,760.70 अंक पर पहुंच गया जबकि छोटी कंपनियों में बिकवाली से स्मॉलकैप 0.31 प्रतिशत लुढ़ककर 23,522.99 अंक पर आ गया।
सेंसेक्स की कंपनियों में आईसीआईसीआई बैंक का शेयर सबसे अधिक 1.80 प्रतिशत टूटा। अल्ट्राटेक सीमेंट में 1.63 प्रतिशत और एशियन पेंट्स में 1.51 प्रतिशत की गिरावट रही।ओएनजीसी का शेयर 3.52 प्रतिशत चढ़ा। बजाज फाइनेंस में 2.93 फीसदी, भारतीय स्टेट बैंक में 1.97 फीसदी और एचडीएफसी में 1.01 फीसदी की तेजी रही।
विदेशों में अधिकतर प्रमुख शेयर बाजार हरे निशान में रहे। हांगकांग का हैंगसेंग 1.08 प्रतिशत, दक्षिण कोरिया का कोस्पी 0.56 प्रतिशत और चीन का शंघाई कंपोजिट 0.26 प्रतिशत मजबूत हुआ। जापान के निक्केई में 0.16 प्रतिशत की गिरावट रही। यूरोपीय बाजारों में तेजी रही। शुरुआती कारोबार में जर्मनी का डैक्स 1.45 प्रतिशत और ब्रिटेन का एफटीएसई 1.22 प्रतिशत चढ़ा।
सेंसेक्स 130.07 अंक की मजबूती के साथ 52,067.51 अंक पर खुला और कुछ ही देर में 52,228.65 अंक पर पहुंच गया। इसके बाद बाजार में बिकवाली तेज हो गई। दोपहर से पहले ही सूचकांक 51,808.88 अंक तक टूट गया। पूरे दिन उतार—चढ़ाव से होता हुआ अंत में गत दिवस की तुलना में 2.56 फीसदी फिसलकर 51,934.88 अंक पर बंद हुआ।
बीएसई में कुल 3,270 कंपनियों के शेयरों में कारोबार हुआ। इनमें 1,323 कंपनियों के शेयरों में तेजी और अन्य 1,812 में गिरावट रही जबकि शेष 135 कंपनियों के शेयर अंतत: अपरिवर्तित बंद हुए।
निफ्टी 46.85 अंक चढ़कर 15,629.65 अंक पर खुला। यह उपर 15,660.75 अंक के ऐतिहासिक उच्चतम स्तर तक चढ़ा। इसका दिवस का निचला स्तर 15,528.30 अंक रहा। अंतत: गत दिवस की तुलना में 0.05 फीसदी नीचे 15,574.85 अंक पर बंद हुआ। निफ्टी की 50 में से 31 कंपनियों के शेयर लाल निशान में और शेष 19 के हरे निशान में रहे।