अजमेर। सिंधी समाज महासमिति अजमेर के तत्वावधान में ब्रह्मलीन संत हिरदाराम साहिब दर्शन पर बैरागढ़ भोपाल के निवासी आसुदो छबलदास लच्छवाणी द्वारा लिखित पुस्तक मानव सेवा ही माधव सेवा का विमोचन समारोह स्वामी काॅम्पलेक्स के रसोई बेनकाॅट हाॅल में आयोजित किया गया।
पुस्तक के विमोचन समारोह में स्वामी हिरदाराम साहिब के परम शिष्य व पुष्कर स्थित श्री शातांराम उदासीन आश्रम के महंत हनुमानराम उदासीन ने अपने प्रवचन में कहा कि कर्म तभी अच्छे होते है जो कर्म में धर्म में शामिल होता है वृक्ष कितना भी बड़ा हो महत्व नींव का होता है और लेखक ने नींव का कार्य किया है, आने वाले समय में मानव ही माधव सेवा है पुस्तक का महत्व आने वाली पीढ़ी को मिलेगा।
मानव काम करता रहे, फल की इच्छा न रखे, फल की इच्छा की पूर्ति नहीं होने पर व्यक्ति बड़ा दुःखी होता है स्वामी जी के साथ बिताये पलों के बारे में बताया जहां से कलम लिखना शुरू करें और कलम का जहां पर अंत हो वहां से स्वामी जी की जीवनी शुरू होती है। सेवा व सिमरन करने से प्रभु की भक्ति होती है।
लेखक आसुदो छबलदास लछवाणी ने पुस्तक की परिकल्पना से साकार होने तक की यात्रा के बारे में बताया उन्होंने कहा कि संत लीलाशाह दर्शन किताब पढ़ने के बाद मेरे मन में आया कि ऐसी किताब मेरे हिरदाराम साहिब पर पर भी होनी चाहिए उन्होंने कहा कि संत भगवान से भी बड़े होते हैं साथ ही उन्होंने कहा कि भाषा मेरी है विचार उनके हैं यह किताब नहीं है यह ग्रंथ है। एडीए के पूर्व चेयरमैन शिव शंकर हेड़ा ने पुस्तक को सहयोग करने वालों का धन्यवाद देते हुए कहा कि स्वामी जी ने अपना पूरा जीवन सेवा में दिया और आज हर व्यक्ति उनके प्रति नतमस्तक है।
महासमिति के अध्यक्ष कंवल प्रकाश किशनानी बताया कि स्वामी हिरदाराम साहिब से प्रेरणा लेकर देशभर के 96 अनुयाईयों ने जो स्वामीजी का जीवन दर्शन पर लिखी गई आने वाली पीढ़ी के लिए शोध का विषय रहेगा।
सिंधी सेन्ट्रल पंचायत के महासचिव गिरधर तेजवानी ने लेखक आंसूदो छबलदास लछवाणी का संपूर्ण परिचय दिया व स्वामी हिरदाराम जी साहिब के जीवन से प्रेरणा लेकर लिखी गई किताब लोगों को उनके चमत्कारों की जानकारी उपलब्ध कराऐगी। संस्था के महामंत्री हरी चंन्दानी ने महा समिति के उद्देश्य व सामाजिक कार्यों की जानकारी दी।
इस अवसर पर साहित्यकार हरीश वर्यानी ने कहा कि बहुत पुण्य कमाए होंगे जो कि पुस्तक के रूप में स्वामी हिरदाराम जी का आशीर्वाद मिल रहा है इधर आम साहिब के लिए मन में श्रद्धा के भाव अपने आप ही आ जाते हैं।
कार्यक्रम का शुभारंभ श्रीशांत आनंद उदासीन आश्रम के महंत हनुमान राम, सांई बाबा मंदिर के ट्रस्टी महेश तेजवानी, रामचन्द्र गुलाबबानी द्वारा स्वामी हिरदाराम साहिब की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्वलित कर किया गया व कार्यक्रम का संचालन प्रेम केवलरामानी ने किया। अंत में धन्यवाद महेन्द्र कुमार तीर्थानी ने किया।
इस अवसर पर भगवान कलवानी, सम्मान सिंह, राजकुमार, नवीन पारवानी, चन्द्र बालानी, मोहन चैलानी, मोहन लालवानी, दीपक साधवानी, भगवान साधवानी, हरीश टेकचंदानी, अशोक रंगवानी, दिनेश पारदासनी, जोधा टेकचंदानी, रमेश टिलवानी, किशनचंद रेवाणी, हरीराम कोडवानी, नरेश रंगवानी, डाॅ. नरेश चेतन भम्भानी, राजेश वासवानी, सुरेश केवलरमानी, बलराम हरलानी, रमेश लालवानी, श्वेता शर्मा, तुलसी सोनी, सीताराम बच्चानी, मनोहर मोटवानी भगवान वरलानी, मोहन कुमार तुलसानी, नितिन आयदानी, धीरज धनवानी, अमित केवलरमानी, डाॅ. भरत छबलानी, जसवंत गिदवानी, प्रकाश मूलचंदानी देवीदास, हर्षा निलानी, रमेश रमानी, भारती, मीना, पुनित भार्गव उपस्थित थे।