लंदन। ब्रेजिक्ट के घोर समर्थक बोरिस जॉनसन ने बुधवार को ब्रिटेन के प्रधानमंत्री की कुर्सी संभाल ली। जाॅनसन ने थेरेसा मे का स्थान लिया है। बकिंघम पैलेस ने एक बयान में यह जानकारी दी है।
पूर्व विदेश मंत्री एवं लंदन के पूर्व मेयर जॉनसन (55) ने आज दोपहर महारानी एलिजाबेथ (द्वितीय) से बकिंगघम पैलेसे में मुलाकत की और महारानी ने उन्हें नई सरकार बनाने के लिए आमंत्रति किया।
इससे पहले स्थानीय समयानुसार अपराह्न करीब तीन बजे थेरेसा ने औपचारिक रुप से अपना इस्तीफा महारानी एलिजाबेथ (द्वितीय) को सौंप दिया था। उन्हें बतौर प्रधानमंत्री ब्रेग्जिट मसले में सफलता नहीं मिलने के कारण पद छोड़ना पड़ा।
जॉनसन महारानी एलिजाबेथ के कार्यकाल में प्रधानमंत्री की गद्दी पर आसीन होने वाले 14 वें व्यक्ति हैं। उन्होंने ब्रेजिक्ट के मसले को ‘करो अथवा मरो’ वाला करार देते हुए कहा है कि उन्हें विश्वास है कि बिना किसी समझौते का यूरोपीय यूनियन से बाहर होने का रास्ता निकाल आएगा।
उन्होंने प्रधानमंत्री पद की दौड में वर्तमान विदेश मंत्री जेरेमी हंट को हराया। उन्हें सत्तारुढ़ कंजरवेटिव पार्टी में नेता पद के लिए हुए चुनाव में 87.4 प्रतिशत वोट मिले थे। जॉनसन ने मंगलवार को 92153 मत हासिल करके कंजरवेटिव पार्टी के नेता का चुनाव जीत लिया था।
पार्टी की 1922 कमेटी की प्रवक्ता डेम चेरिल एलिसे केंडल गिलन ने बताया कि जॉनसन को 92153 मत मिले जबकि उनके मुख्य प्रतिद्वंद्वी विदेश मंत्री जेरेमी हंट को महज 46656 वोट मिले। उन्होंने बताया कि जॉनसन को कंजरवेटिव एंड यूनियनिस्ट पार्टी का नेता चुन लिया गया है। कई चरणों में हुए मतदान के बाद जॉनसन और हंट दो मुख्य उम्मीदवार के तौर पर सामने आए थे।