सहारनपुर। बहुजन समाज पार्टी के पूर्व विधान परिषद सदस्य इकबाल बाल्ला की प्रर्वतन निदेशालय ने 1097 करोड़ की संपत्ति जब्त की है।
प्रर्वतन निदेशालय के संयुक्त निदेशक राजेश्वर सिंह ने आज यहां कहा कि इकबाल बाल्ला की 1097 करोड़ की सात चीनी मिलों को जब्त कर लिया गया है। उसने मायावती के कार्यकाल 2011-12 में इकबाल ने सात चीनी मिलों को 60 करोड़ 28 लाख रूपये में खरीदा था जिससे राज्य सरकार को 1030 करोड़ का राजस्व का घाटा हुआ था।
इकबाल के खिलाफ सीबीआई, प्रर्वतन निदेशालय और आयकर विभाग पिछले दो साल से जांच कर रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 12 अप्रैल 2018 को चीनी मिल बिक्री के घोटाले की जांच के आदेश दिये थे।
सीएफआईओ की जांच के आधार पर प्रर्वतन निदेशालय ने मनी लांर्डिग का केस दर्ज किया था। जांच में पाया गया कि इकबाल ने मुखौटा कंपनी बना कर चीनी मिलें खरीदी।
इकबाल और उसके साथियों के खिलाफ 2017 में गोमतीनगर थाने में मुकदमा दर्ज किया गया था। इसके बाद सीबीआई और प्रर्वतन निदेशालय ने पिछले साल 14 अक्तूबर को उसके आवास पर छापा मारा था और कई महत्वपूर्ण दस्तावेज जब्त किये थे।
समाजवादी पार्टी के 2012 से 2017 के कार्यकाल में इकबाल के अवैध खनन का कारोबार खूब फला फूला। उसके एक इशारे पर जिलाधिकारी और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के तबादले हो जाया करते थे । उसने सहारनपुर में अपने गांव मिर्जापुर में एक विश्वविद्यालय भी बनवा लिया था।