अजमेर। संभागीय आयुक्त डॉ. आरूषि मलिक ने पुष्कर क्षेत्र के विकास के संबंध में होटल सरोवर में गुरूवार को अधिकारियों एवं सामाजिक कार्यकर्ताओं की बैठक ली। इसमें ब्रह्मा मंदिर, सरोवर एवं पुष्कर क्षेत्र के विकास के संबंध में विचार विमर्श किया गया।
संभागीय आयुक्त ने बैठक के दौरान विभिन्न अभिकरणों से जुड़े व्यक्तियों के साथ पुष्कर क्षेत्र में विकास के बारे में विस्तारपूर्वक चर्चा की गई। ब्रह्मा मंदिर के वास्तविक स्वरूप को बनाए रखने तथा संरक्षित करने के संंबंध में आर्कियोलोजिकल सर्वे ऑफ इण्डिया तथा पुरातत्व विभाग के अधिकारियों के साथ विस्तारपूर्वक चर्चा की गई। ब्रह्मा मंदिर में आवश्यक सुधार करके आमजन के लिए अधिक उपयोगी एवं सुविधाजनक बनाया जाएगा।
उन्होंने बताया कि पुष्कर तीर्थ क्षेत्र के ब्रह्मा मंदिर सरोवर सहित प्रमुख धार्मिक स्थलों को दर्शाते हुए एक प्रतिरूप निर्मित किया जाएगा। इसके सार्वजनिक स्थान पर प्रदर्शित होने से तीर्थयात्री की सम्पूर्ण तीर्थ क्षेत्र को एक झलक देख सकेंगे।
इसके पत्थर अथवा धातु से निर्मित करने के संबंध में विशेषज्ञों से सलाह ली जाएगी। पुष्कर सरोवर के समस्त 52 घाटों के समृद्ध इतिहास को संकलित करने के लिए पुरातत्व विभाग के शरद त्रिपाठी को जिम्मेदारी सौंपी गई।
उन्होंने बताया कि विश्व प्रसिद्ध ब्रह्मा मंदिर की आरती एवं दर्शन को ऑनलाइन उपलब्ध करवाने की दिशा में भी कार्य किया जाएगा। इससे विश्व के प्रत्येक क्षेत्र के भक्त सीधे ब्रह्मा मंदिर से जुड़ सकेंगे।
इस सुविधा के साथ-साथ पारम्परिक भजनों एवं लोक कलाओं को भी ऑनलाईन वेबसाईट के स्थान दिया जाएगा। इस वेबसाईट को बहुभाषी बनाए जाने के लिए भी निर्देश प्रदान किए गए। इससे विश्व की प्रमुख भाषाओं से पुष्कर एवं ब्रह्मा मंदिर की पहुंच विस्तृत होगी।
उन्होंने बताया कि मुख्य ब्रह्मा मंदिर की व्यवस्थाओं को भी दुरस्त किया जाएगा। गर्भ गृह, मुख्य प्रतिमा एवं मंडप के जीर्णोद्धार के विषय पर भी चर्चा की गई। दिव्यांगों को सहज दर्शन सुलभ करवाने के लिए लिफ्ट के संबंध में भी विचार विमर्श हुआ।
इस अवसर पर उपखण्ड अधिकारी दिलीप सिंह चौहान, आर्कियोलोजिकल सर्वे ऑफ इण्डिया के पीके त्रिपाठी, नगर पालिका के अधिकारी, सहित प्रमुख सामाजिक एवं धार्मिक संस्थाओं के प्रतिनिधि तथा सामाजिक कार्यकर्ता उपस्थित थे।