अजमेर। राजस्थान में अजमेर की तीर्थनगरी पुष्कर स्थित नए रंगजी के मंदिर में आज से ग्यारह दिवसीय ब्रह्मोत्सव का आयोजन शुरु हो गया।
पुष्कर स्थित श्री रमा बैकुंठ नए रंगजी मंदिर पर ग्यारह दिवसीय सालाना ब्रह्मोत्सव का शुभारंभ हुआ जिसके क्रम में प्रतिदिन सुबह एवं शाम को भगवान के विभिन्न स्वरुपों की आकर्षक झांकियां सवारियों के रूप में निकाली जाएगी। मंदिर परिसर स्थित उत्सव मंडप में स्वचालित युक्त विभिन्न झांकियां प्रतिदिन सजाई जाएगी।
आज शाम को विधिवत पूजा के साथ विश्वक्सैनजी की सवारी निकलेगी। मंदिर प्रबंधक सत्यनारायण रामावत के अनुसार 29 मार्च को सुबह चतुस्तंभी एवं शाम को सिंह वाहन पर सवार भगवान बैकुंठनाथ की सवारी निकलेगी।
बसंत की मुख्य सवारी का तीन अप्रैल को आयोजन होगा। ब्रह्मोत्सव के आगाज के साथ ही मंदिर परिसर में चहल पहल व रौनक कायम हो गई है। श्रद्धालुओं के आने का सिलसिला भी शुरू हुआ है।
अजमेर जिले के किशनगढ़ उपखंड स्थित रुपनगढ़ के श्री निम्बार्क तीर्थ में आचार्य पीठस्थ राधा माधव प्रभु का फागोत्सव सोमवार को होगा। इस मौके पर पुष्पों की होली खेली जाएगी और धूलिवंदन दोलोत्सव का आयोजन होगा।
कस्बे में ही वल्लभ कुलिए श्री विष्णु स्वामी संप्रदाय के पुष्टि मार्गीय मंदिर श्री गोकुल चंद्रमा जी में परंपरा से हटकर एक दिन पहले ही आज दोलोत्सव का आयोजन किया जा रहा है।