Warning: Constant WP_MEMORY_LIMIT already defined in /www/wwwroot/sabguru/sabguru.com/18-22/wp-config.php on line 46
लाल इमारत में फिर भगवाराज, ताजपोशी के गवाह बने सतीश पूनियां - Sabguru News
होम Rajasthan Ajmer लाल इमारत में फिर भगवाराज, ताजपोशी के गवाह बने सतीश पूनियां

लाल इमारत में फिर भगवाराज, ताजपोशी के गवाह बने सतीश पूनियां

0
लाल इमारत में फिर भगवाराज, ताजपोशी के गवाह बने सतीश पूनियां


अजमेर।
अजमेर की लाल इमारत की बागडोर एक बार फिर पांच साल के लिए भारतीय जनता पार्टी के सिपहसालारों के पास आ गई है। शुक्रवार को भाजपा प्रदेशाध्यक्ष की मौजूदगी में आयोजित पदभारग्रहण समारोह के बीच ब्रजलता हाडा ने मेयर और नीरज जैन ने डिप्टी मेयर की कुर्सी संभाल ली।

दीगर बात यह है कि महापौर और उपमहापौर जैसे दोनों महत्वपूर्ण पद लगातार दूसरी बार भाजपा के खाते में गए हैं। मेयर बनीं ब्रजलता हाडा वार्ड 51 से पार्षद चुनाव में विजेता रही तथा बीजेपी शहर अध्यक्ष प्रियशील हाडा की पत्नी हैं। वहीं नीरज जैन ने दूसरी बार कडे संघर्ष के बीच महज एक वोट से पार्षद चुनाव जीता और उपमहापौर पद की जिम्मेदारी संभाली है। प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनियां की मौजूदगी में मंत्रोच्चार के बाद शुभ मुहूर्त में हाडा व जैन ने पदभार ग्रहण किया।

इस अवसर पर आयोजित समारोह को संबोधित करते हुए पूनियां ने कहा कि नगर निगम अजमेर में बीते 30 साल से भाजपा का राज चला आ रहा है। भाजपा की लगतार जीत इस बात की गवाह है कि हम कुशल शासक हैं। वर्तमान में निर्वाचित महापौर, उपमहापौर तथा भाजपा के समस्त पार्षद आमजन की उम्मीदों पर खरा उतरेंगे। सभी अजमेर शहर के सर्वांगीण विकास में अपनी महती भूमिका निभाएंगे एवं भाजपा संगठन से मिले संस्कारों के साथ जनता की उन्नति में भागीदार बनेंगे। उन्होंने सभी निर्वाचित पार्षदों को शुभकामनाएं दीं।

दरगाह और दयानंद निर्वाण स्थली पहुंचे पूनियां

सतीश पूनियां अजमेर प्रवास के दौरान सूफी संत ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती के 809वें उर्स के अवसर पर दरगाह जाकर जियारत की एवं प्रदेशवासियों के खुशहाल जीवन की इबादत की।

वे अजमेर प्रवास के दौरान स्वामी दयानन्द सरस्वती की निर्वाण स्थली पहुंचे तथा आगंतुक पुस्तिका में लिखा कि स्वामीजी भारत के आध्यात्मिक प्रवाह के अविरल कारक थे, आर्य समाज की इस चेतना ने संपूर्ण भारतवर्ष में उत्थान एवं नए बदलाव की अलख जगाई थी। महामना स्वामीजी ने भारत को विश्वगुरु, गौरवशाली, वैभवशाली, शक्तिशाली, सदाचारी और महान बनाने का जीवन पर्यन्त प्रयास किया था।

गहलोत सरकार के राज में अवाम और भगवान दोनों असुरक्षित : पूनियां