अजमेर। राजस्थान में अजमेर की भ्रष्टाचार निवारण ब्यूरो की विशेष अदालत ने टोंक जिले के पीपलू थाने के पूर्व सीआई विजेंद्र गिल को आज एक अक्टूबर तक एसीबी की हिरासत में भेज दिया।
गिल ने कल इसी अदालत में आत्मसमर्पण किया था। एसीबी ने अदालत में गिल काे पेश करके हिरासत मांगी जिस पर अदालत ने उन्हें एक अक्टूबर तक एसीबी की हिरासत में भेजने के आदेश दिए।
सीआई गिल टोंक में बनास नदी पर बजरी के अवैध परिवहन में रिश्वतखोरी के आरोपित है। वह पिछले चार महीने से फरार थे। उन्होंने अग्रिम जमानत के लिए उच्चन्यायालय का दरवाजा खटखटाया, लेकिन उच्च न्यायालय ने उन्हें अदालत में समर्पण करने के आदेश दिए थे।
का कोई रास्ता नहीं बचा तो कल गिल ने ब्यूरो की विशेष अदालत में समपर्ण कर दिया। 15 मई को टोंक निवासी रामप्रसाद गुर्जर ने पीपलू थान क्षेत्र में अवैध रूप से बजरी खनन एवं आपूर्ति में रिश्वतखोरी की शिकायत की थी। जिसमें गिल की संलिप्तता पाई गई थी।