बारां। राजस्थान में बारां कलेक्टर इंद्रसिंह राव के निजी सहायक महावीर नागर की एक लाख 40 हजार रूपए की रिश्वत लेते गिरफ्तारी के बाद अब कलेक्टर राव भी भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के निशाने पर हैं।
ब्यूरो के अधिकारियों ने गुरुवार को राव से करीब 10 घंटे तक पूछताछ की। इसके बाद ब्यूरो टीम ने ने कलेक्टर का मोबाइल जब्त कर लिया है। कलेक्टर को एसीबी ने नामजद किया है। आशंका है कि जल्द ही एसीबी कलेक्टर की गिरफ्तारी कर सकती है। वहींए आरोपी पीए महावीर नागर को न्यायालय में पेश कर 24 दिसंबर तक ज्युडीशियल कस्टडी में भेज दिया गया है।
कलेक्टर इंद्र राव ने पूछताछ में क्या बताया। इस बारे में अभी ब्यूरो के अधिकारियों ने कुछ नहीं बताया है। लेकिन ब्यूरो सूत्रों ने बताया कि पूछताछ के दौरान ज्यादातर सवालों के जवाब कलेक्टर ने नहीं दिए। ऐसे में एसीबी यह मान रही है कि रिश्वतखोरी में कलेक्टर का भी इनवाल्वमेंट था।
दूसरी तरफ निजी सहायक महावीर नागर ने भी रिश्वत की रकम कलेक्टर के लिए लेने की बात कही है। ब्यूरो के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ठाकुर चन्द्रशील ने बताया कि कलेक्टर को नामजद किया है।
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