बारां। राजस्थान में बारां के जिला कलेक्टर इंद्र सिंह राव के निजी सहायक महावीर नागर की रिश्वत के मामले में गिरफ्तारी के बाद भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने उसके घर में सर्च अभियान चलाया।
सूत्रों के अनुसार महावीर नागर की जितनी प्रापर्टी का खुलासा हुआ है वह देखकर एसीबी के अफसर चौंक गए। प्रतिमाह 50-60 हजार रुपए की सैलरी वाले पीए ने रिश्वत की बदौलत काफी संपत्ति इकट्ठा कर ली थी। गौरतलब है कि नागर को बुधवार देर शाम को एक लाख 40 हजार की रिश्वत लेते हुए एसीबी कोटा टीम ने गिरफ्तार किया था।
एसीबी बारां के सीआई ज्ञानचंद ने बताया कि बारां में पीए नागर के घर पर की गई जांच में सात भूखंड एवं मकान के कागज मिले हैं। इनकी कीमत करोडों में है। इसके अलावा आठ बैंक खाते और उनके लाकर भी मिले हैं। पीए महावीर नागर के पास कुल सात वाहन हैं। इसमें दो ट्रैक्टर, एक कार एवं बाइक है।
उधरए एसीबी के अधिकारी कलक्टर राव से पूछताछ कर रहे है। एसीबी टीम दोनों को कोटा ले गए हैं। एपीओ हो चुके बारां कलेक्टर इंद्र सिंह राव 31 साल की नौकरी में 45 पदों पर रहे, छह बार एपीओ और एक बार सस्पेंड भी हो चुके है।