माउंट आबू। राजस्थान के माउंट आबू में कोदरा बांध में डूबती तीन महिलाओं की जाबांज भाई बहनों ने जान बचाकर साहस एवं वीरता का अनूठा उदाहरण पेश किया। जिनकी त्वरित सूझबूझ व वीरता की क्षेत्र में हर जगह प्रशंसा की जा रही है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार माउंट आबू निवासी कुमारी मंजू लोअर गुरुवार शाम को कोदरा बांध के किनारे कपड़े धो रही थी कि अचानक उसका पैर फिसल गया। जिससे वह डैम में डूब गई। मंजू को डूबते हुए देखकर पास में कपड़े धो रही उसकी बुआ जमना देवी ने भी आनन फानन में उसे बचाने के लिए जलाशय में छलांग लगा दी। दोनों ही तैरना नहीं जानती थी। जिससे वे डूबने लगीं।
दोनों को डूबते हुए देखकर कुमारी चंदा ने बांध में छलांग मार दी। यद्यपि चंदा को तैरना आता था लेकिन बांध में डूब रही दोनों महिलाओं ने बचने की जदोजहद में चंदा को पकड़ लिया। जिससे वह पानी में हाथ पांव मारने में असमर्थ हो गई। वह भी डूबने लग गई।
जलाशय के दूसरे किनारे पानी भर रही कुमारी रागिनी राणा ने तीनों महिलाओं को डूबते हुए देखा। जिस पर वह अपनी जान को जोखिम में डालकर जलाशय में कूद गई। तैर कर जहां महिलाएं डूब रही थी उस घटनास्थल पर पहुंचकर मंजू को चोटी से पकडकर बाहर खींचने लगी। चंदा को कहा कि वह मंजू को पकड़ ले जिससे वह दोनों को एक साथ बाहर खींच सके। इसी बीच रागिनी का भाई अनिकेत राणा भी वहां पहुंच गया।
रागिनी को पानी में डूबी महिलाओं को बचाने की जदोजहद करते हुए देखते ही वह भी कूद गया। बांध में डूब रही जमना को बाहर खींचने लगा। लंबी मशक्कत के बाद दोनों भाई बहनों की मेहनत रंग लाई। तीनों डूबती हुई महिलाओं को बाहर निकालने में कामयाब हुए। जो अपने आप में अनूठा उदाहरण प्रस्तुत कर लोगों के प्रशंसा के पात्र बने हुए हैं।