खम्मम (तेलंगाना)। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी ने रविवार को दावा किया कि तेलंगाना में आगामी चुनाव में लड़ाई केवल कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी की बी-टीम भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) के बीच है।
राहुल ने कहा कि पहले लोग कहते थे कि तेलंगाना में बीआरएस, भाजपा और कांग्रेस के बीच लड़ाई है, लेकिन अब जब राज्य में भाजपा खत्म हो गई है और उसके चारों टायर पंक्चर हो गए हैं। अब तेलंगाना में लड़ाई कांग्रेस और भाजपा की बी-टीम के बीच है। उन्होंने ये बातें यहां आयोजित विशाल ‘तेलंगाना जन गर्जना सभा’ में कही।
उन्होंने कहा कि अन्य विपक्षी दलों ने कहा था कि बीआरएस के नेतृत्व वाले मुख्यमंत्री के.चंद्रशेखर राव (केसीआर) को विपक्ष की बैठक में आमंत्रित किया जाना चाहिए, लेकिन हमने उन्हें स्पष्ट रूप से कहा कि यदि बीआरएस को बुलाया जाता है, तो कांग्रेस बैठक में शामिल नहीं होगी। हमने कहा कि हम बीआरएस के साथ मंच साझा नहीं कर सकते हैं।
उन्होंने कहा कि हमारे दरवाजे उन लोगों के लिए खुले हैं, जिन्होंने पहले कांग्रेस पार्टी छोड़ दी थी, लेकिन अभी भी इसकी विचारधारा में विश्वास करते हैं, लेकिन हमें उन लोगों से कोई लेना-देना नहीं है, जो भाजपा या बीआरएस की विचारधारा में विश्वास करते हैं।
उन्होंने हमारे सत्ता में आने पर वरिष्ठ नागरिकों और विधवाओं के लिए प्रति माह 4000 रुपए की पेंशन की चेयुथा घोषणा की घोषणा करते हुए कहा कि यह गरीब लोगों की मदद के लिए एक और कदम है और हम आदिवासियों को पोडु भूमि देंगे।
उन्होंने कहा कि संसद में कांग्रेस हमेशा भाजपा के खिलाफ खड़ी रही है, लेकिन बीआरएस और तेलंगाना के मुख्यमंत्री राव ने भाजपा की बी-टीम की भूमिका निभाई है। उन्होंने कहा कि जब हमने संसद में कृषि कानूनों का मुद्दा उठाया, तो बीआरएस ने भाजपा की मदद की, क्योंकि उनका (केसीआर) रिमोट प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पास है।
उन्होंने कहा कि कुछ महीने पहले हम कर्नाटक में लड़े थे। वहां भी गरीब विरोधी और भ्रष्ट सरकार थी। कांग्रेस ने उस सरकार को हरा दिया। कर्नाटक का गरीब कांग्रेस के साथ खड़ा था। एक तरफ भाजपा और उसके अरबपति समर्थक थे और दूसरी तरफ गरीब, किसान, दलित, आदिवासी और अल्पसंख्यक थे। तेलंगाना में भी यही होने जा रहा है।
उन्होंने कहा कि जिस तरह हमने कर्नाटक में भाजपा को हराया, उसी तरह हम तेलंगाना में उसकी बी-टीम (बीआरएस) को हराएंगे। कर्नाटक की तरह तेलंगाना में भी एक तरफ मुख्यमंत्री (केसीआर), उनका परिवार और उनके 10 -15 मित्र हैं। दूसरी तरफ किसान हैं, मजदूर हैं, आदिवासी हैं, गरीब हैं, कमजोर लोग हैं।
कांग्रेस के पूर्व सांसद ने कहा कि तेलंगाना के लोगों को यह समझना चाहिए कि केसीआर के भ्रष्टाचार के कारण मोदी का दबाव केसीआर पर है। शराब घोटाले में भ्रष्टाचार की जानकारी एजेंसियों को है। इसलिए हमने कहा कि टीआरएस भाजपा की बी-टीम है। हम इसे यहां हराएंगे।