लिस्बन। जर्मन चैंपियन बायर्न म्यूनिख ने सनसनीखेज प्रदर्शन करते हुए सुपरस्टार खिलाड़ी लियोनल मैसी की टीम एफसी बार्सीलोना को शुक्रवार को यूएफा चैंपियंस लीग के मुकाबले में 8-2 की बड़ी पराजय का कड़वा घूंट पिला दिया। बार्सीलोना की पिछले 74 वर्षों में यह सबसे बड़ी पराजय है। बायर्न ने इस शानदार जीत के साथ सेमीफाइनल में स्थान बना लिया है।
बायर्न की शानदार जीत में थॉमस म्यूलर (चौथे और 31वें मिनट), इवान पेरिसिच (22वें मिनट), सर्ज ग्नाब्री (27वें मिनट) ने पहले हाफ में गोल दागे। वहीं दूसरे हाफ में जोशुआ किमिच ने (63वें मिनट), राबर्ट लेवांडोवस्की (82वें मिनट), फिलिप कोटिन्हो (85वें और 89वें मिनट) ने गोल किए।
बायर्न के डेविड अलाबा ने सातवें मिनट में आत्मघाती गोल किया जबकि बार्सिलोना की ओर से एक अन्य गोल लुईस सुआरेज ने 57वें मिनट में किया। बायर्न का सेमीफाइनल में मैनचेस्टर सिटी और एफसी लियोन के बीच मैच के विजेता से मुकाबला होगा।
बार्सिलोना को पिछले 74 वर्षों बाद इतनी करारी शिकस्त झेलनी पड़ी है। बार्सीलोना को इससे पहले 1946 में सेविला के हाथों 0-8 से हार का सामना करना पड़ा था। इस करारी हार के बाद माना जा रहा है कि बार्सिलोना के मुख्य कोच क्विक सेतियन की जल्द विदाई हो सकती है।
बायर्न ने पहले 31 मिनट में ही 4-1 की मजबूत बढ़त बनाकर मैच में अपनी जीत सुनिश्चित कर ली थी। बार्सा के डिफेंडर गेरार्ड पिक ने इस हार के बाद स्वीकार किया कि टीम इस शर्मनाक हार से हताश हो गयी है और गहरी निराशा में डूब गई है। बार्सा के कोच सेतियन ने भी कहा कि यह हार बड़ी पीड़ादायक है।
दूसरी तरफ बायर्न के कोच हैंसी फ्लिक ने अपनी टीम के इस जबरदस्त प्रदर्शन की सराहना की लेकिन साथ ही कहा कि अब उनका पूरा ध्यान सेमीफाइनल मुकाबले पर टिक गया है।
जर्मन चैंपियन क्लब की इस धुआंधार जीत ने 2014 के विश्व कप के सेमीफाइनल में जर्मनी की पांच बार के विश्व चैंपियन ब्राजील के खिलाफ 7-1 की जीत की याद ताजा कर दी। उस मुकाबले में फ्लिक राष्ट्रीय टीम के सहायक कोच के रूप में बेंच पर थे।
इस मुकाबले में दुनिया के सर्वश्रेष्ठ स्ट्राइकर समझे जाने वाले मैसी अपनी टीम बार्सीलोना के लिए कोई चमत्कार नहीं कर पाए और अपनी टीम के खिलाफ एक के बाद एक गोल होता देखते रह गए।