अजमेर। स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत नगर निगम में कचरा-परिवहन-सीवरेज एवं अन्य कार्यों के हेतु अधिकांश बीएस-6 वाहनों की खरीद प्रक्रिया आरंभ कर दी गई है। संबंधित फर्म द्वारा शीघ्र ही नए वाहनों की आपूर्ति की जाएगी। 5.27 करोड़ की लागत से 23 वाहन खरीदे जा रहे हैं।
नगर निगम में जल्द कचरा निस्तारण्र नालों की सफाई के साथ सीवरेज कार्य के लिए बीएस-6 मॉडल के अधिकांश वाहनों की खरीद की जा रही है। नए वाहनों की खरीद के पश्चात प्रतिदिन किए जाने वाले कामकाज को गति मिलेगी।
निगम क्षेत्र में कूडा निस्तारण, नालों की सफाई के साथ सीवरेज कार्य हेतु वाहन खरीदे जा रहे हैं। प्रमुख रूप से 108 लाख की लागत से 4 डम्पर ( 8 से 10 टन क्षमता ), 62 लाख रूपए की लागत से दो एक्यूवेटर, 25 लाख की लागत से 5 ट्रेक्टर, 39 लाख की लागत से 3 डम्पर ( 3 से 5 टन क्षमता ) निगम के बेडे में शामिल होंगे।
इन वाहनों के आने के बाद डम्पर की मदद से कचरे का नियमित रूप से परिवहन किया जा सकेगा और स्वच्छ पर्यावरण भी मिलेगा। निगम क्षेत्र में बीमार पशुओं के लिए 14 लाख की लागत से जानवरों के लिए एक एम्बूलेंस की खरीद की जा रही है। एंबूलेंस आने के बाद घायल एवं बीमार पशुओं को उपचार के लिए ले जाने में सुविधा होगी और उन्हें समय पर उपचार भी संभव हो सकेगा।
लावारिश पशुओं को पकड़ने के लिए 16 लाख की लागत से काऊ कैचर की खरीद की जा रही है। आगजनी की घटनाओं पर काबू पाने के लिए फायर फाइटिंग व्हीकल (चार हजार क्षमता) का एक वाहन जिसकी कीमत 44.60 लाख और 6 हजार लीटर क्षमता के दो वाहन जिसकी कीमत 93.20 लाख रूपए, 9 लाख रूपए लागत से एक फायर रेस्क्यू जीप की खरीद की जा रही है।
18 लाख की लागत से 4 हजार लीटर क्षमता की गुल्ली एम्टायर वाहन खरीदे जा रहे हैं। इसी प्रकार 73 लाख की लागत से एक पोकलेन मशीन आने के बाद नालों की साफ-सफाई में सुविधा होगी। मानसून से पहले नालों की साफ-सफाई की जाती है। निगम के पास पोकलेन मशीन होने से तय समय सीमा में नालों की सफाई संभव हो सकेगी। 10 लाख की लागत से एक पिकअप जीप आदि की खरीद की जाएगी।
निगम को ये होगा लाभ
नए वाहनों की खरीद के पश्चात कामकाज को गति मिलेगी। नालों की सफाई हो या फिर कचरा परिवहन करना हो, उक्त कार्य को समय पर पूरा किया जा सकेगा। बरसात के दौरान नालों की सफाई के लिए पोकलेन मददगार होगी। घनी आबादी क्षेत्र में आगजनी की घटनाओं पर काबू पाने के लिए फायर फाइटिंग व्हीकल कारगर साबित होंगे। सड़कों पर घायल लावारिस जानवरों के उपचार के लिए एंबूलेंस उपयोग में लाई जा सकेगी। ताकि घायल जानवर का समय पर उपचार संभव हो सकेगा।