बीएसडीयू के वाइस चांसलर डॉ. (ब्रिगेडियर) सुरजीत सिंह पाब्ला ने बताया है कि बीएसडीयू नए परिसर में एक इन्क्यूबेशन सेंटर स्थापित करेगा, जहां छात्र अपने ड्रीम स्टार्टअप को हकीकत में बदल सकेंगे, उनका मूल्यांकन कर सकेंगे और व्यावसायिक उद्यमों से समर्थन हासिल कर सकेंगे। सुरजीत सिंह ने यह बात स्कूल ऑफ एंटरप्रेन्योरशिप स्किल्स के प्रमाणपत्र पुरस्कार समारोह में कही, जिसमें छात्रों सहित स्कूलों के पिं्रसिपल, डिप्टी रजिस्ट्रार, एचआरओ, फैक्ल्टी मेम्बर्स, ट्रेनर और अधिकारी उपस्थित थे।
स्कूल ऑफ एंटरप्रेन्योरशिप स्किल्स (एसईएस) ने लीक से हट कर नए विचारों को सामने लाने के लिए बिजनेस आइडिया प्रतियोगिता आयोजित की थी, जिसमें छात्रों ने बहुत उत्साह के साथ भाग लिया। तीन सदस्यीय समिति ने इस दौरान आई एप्लीकेशंस की स्क्रीनिंग की और लीक से हट कर आए आइडिया की लिस्ट बनाई, जिसके बाद लिस्ट में शामिल छात्रों को संबंधित प्रस्तुतियां देने के लिए कहा गया।
इस दौरान मिले आइडिया /कंसेप्ट में ’चलो चलें’ (परिवहन के लिए जीपीएस डिवाइस), ऑल सेलून ऐप (ब्यूटी और नैचर), वेस्ट टु एनर्जी, स्ट्रेस मैनेजमेंट कोर्स, फ्यूल मीटर का निर्माण, टॉय गन मेकिंग से लेकर चिल्ड्रन टेक्नोलॉजी पार्क तक शामिल थे। एयर कंडीशनिंग सेवाएं व रेफ्रिजरेशन उपलब्ध करवाने वाले ऐप, ग्रामीण क्षेत्रों में ऑनलाइन सिलाई केंद्र और ग्रामीण क्षेत्रों के लिए कौशल विकास स्कूल के आइडिया को क्रमशः पहला, दूसरा और तीसरा पुरस्कार प्राप्त हुआ है।
बीएसडीयू के वाइस चांसलर डॉ. (ब्रिगेडियर) सुरजीत सिंह पाब्ला ने सभी प्रतिभागियों की सराहना करते हुए विजेताओं को बधाई दी। अपने संबोधन में उन्होंने आगे कहा, ’स्कूल ऑफ एंटरप्रेन्योरशिप स्किल्स आने वाले कल के लीडर तैयार कर रहा है जो कई बेरोजगारों को रोजगार देंगे। बीएसडीयू नए परिसर में एक ऊष्मायन केंद्र या इन्क्यूबेशन सेंटर स्थापित कर रहा है जो छोटे उद्यम शुरू करने के इच्छुक छात्रों के लिए बहुत उपयोगी रहेगा।
छात्रों को महत्वपूर्ण बातें सीखने पर ध्यान देना चाहिए जैसे व्यवसाय का आइडिया चुनना, वित्त का स्रोत तलाशना, अपने विचार को लागू करना, उसे संचालित करना, उसका प्रबंधन करना, आदि।’ उन्होंने छात्रों को अपने सर्वोत्तम प्रयास करने के लिए प्रोत्साहित किया और वादा किया कि बीएसडीयू सभी संभव समर्थन के साथ इनक्यूबेशन सेंटर में सभी सुविधाएं तैयार करेगा। डॉ. पाब्ला ने रजिस्ट्रार, परीक्षा नियंत्रक के साथ प्रतियोगिता में सक्रिय भागीदारी लेने वाले छात्रों और विजेताओं को नकद पुरस्कार और प्रमाण पत्र से सम्मानित किया।