जयपुर। भारतीय स्किल डेवलपमेंट यूनिवर्सिटी, जयपुर (बीएसडीयू) ने बीकानेर टेक्नीकल यूनिवर्सिटी, बीकानेर (बीटीयू) के साथ एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए । एमओयू के तहत दोनों विश्वविद्यालय एक्सचेंज प्रोग्राम, इंटर्नशिप के साथ-साथ स्कूल ऑफ एंटरप्रेन्योरशिप स्किल से दोनों विश्वविद्यालयों के छात्रों और कर्मचारियों के लिए अनुसंधान, विकास और नवाचार कार्यक्रम की राह खोलेंगे।
एमओयू पर हस्ताक्षर करते समय, बीएसडीयू के प्रो. चांसलर, डॉ. सुरजीतसिंह पाब्ला, वाइस चांसलर डॉ. अचिंत्य चैधरी और डॉ. रवि गोयल, पिंरसिपल, स्कूल आफ एंटरप्रेन्योरशिप स्किल्स सहित बीटीयू के डीन प्रो. अजीत सिंह पूनिया मौजूद थे।
बीएसडीयू के प्रो. चांसलर डॉ. (ब्रिगेडियर) सुरजीतसिंह पाब्ला ने कहा, ‘‘यह बीटीयू और बीएसडीयू के छात्रों के लिए एक-दूसरे से सीखने-सिखाने का एक बड़ा अवसर है। हम बीटीयू के छात्रों और कर्मचारियों की मेजबानी करेंगे और बीएसडीयू में यहां के संसाधनों का उपयोग करके उन्हें अपने शोध को सीखने और आगे बढ़ाने में मदद करेंगे।”
प्रो. एच.डी. चारण के निर्देशन में, बीकानेर टेक्नीकल यूनिवर्सिटी बीकानेर, जोधपुर, जयपुर, सीकर, झुंझुनं, अलवर और अजमेर संभाग के 36 विभिन्न इंजीनियरिंग कॉलेजों के उचित कार्य और संचालन के लिए जिम्मेदार है। कुल 36 कॉलेजों में से 4 कॉलेज राजकीय इंजीनियरिंग कॉलेज हैं और बाकी 32 निजी इंजीनियरिंग कॉलेज हैं।
बीकानेर टेक्नीकल यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर प्रो. एच. डी. चारण कहते हैं, ‘इस एमओयू से हमारे छात्रों को बीएसडीयू की स्विस ड्यूल एजुकेशन सिस्टम से सीखने में मदद मिलेगी। हम बीटीयू के छात्रों और स्टाॅफ को सीखने और बीएसडीयू में उपलब्ध संसाधनों का उपयोग करके अपना शोध करने के लिए भेजेंगे। बीटीयू के हमारे छात्र इंटर्नशिप प्राप्त करेंगें और हर क्षेत्र में अनुभव प्राप्त करने वाले उद्योगों में सीखते हैं।’
बीएसडीयू के वाइस चांसलर डॉ. अचिन्त्य चैधरी ने कहा, ‘हमारे छात्रों को कुछ समय के लिए किसी अन्य विश्वविद्यालय में जाने और अपनी तकनीकों को सीखने और बीटीयू की मदद से शोध में अधिक एक्सपोजर मिलेगा। बीएसडीयू इस साझेदारी से लाभान्वित होगा और विश्वविद्यालय के छात्रों और कर्मचारियों दोनों को अधिक एक्सपोजर और नए अवसर मिलने से लाभ होगा।’
भारतीय स्किल डेवलपमेंट यूनिवर्सिटी (बीएसडीयू) के बारे मेंः
2016 में स्थापित भारतीय स्किल डेवलपमेंट यूनिवर्सिटी (बीएसडीयू) भारत का पहला अनूठा कौशल विकास विश्वविद्यालय है, जिसे भारतीय युवाओं की प्रतिभाओं के विकास के लिए अवसर, स्थान और गुंजाइश बनाकर कौशल विकास के क्षेत्र में वैश्विक उत्कृष्टता पैदा करने की दृष्टि से उन्हें वैश्विक स्तर पर फिट बनाने के लिए कायम किया गया था। स्व. डॉ. राजेंद्र कुमार जोशी और उनकी पत्नी श्रीमती उर्सुला जोशी के नेतृत्व और विचार प्रक्रिया के तहत नौकरी प्रशिक्षण और शिक्षा के लिए बीएसडीयू ने ‘स्विस-ड्यूल-सिस्टम’ स्विट्जरलैंड की तर्ज पर इसे स्थापित किया है।
बीएसडीयू राजेंद्र उर्सुला जोशी चैरिटेबल ट्रस्ट के तहत एक शिक्षा उपक्रम है और राजेंद्र और उर्सुला जोशी (आरयूजे) समूह ने इस विश्वविद्यालय को 2020 तक 36 कौशल स्कूलों को स्थापित करने के लिए 500 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश किया है।
विचार, कौशल विकास की स्विस प्रणाली को भारत में लाने का था, इस तरह भारत में आधुनिक कौशल विकास के जनक डॉ. राजेंद्र जोशी और उनकी पत्नी श्रीमती उर्सुला जोशी ने 2006 में स्विट्जरलैंड के विलेन में ’राजेंद्र एंड उर्सुला जोशी फाउंडेशन’ का गठन करते हुए इस दिशा में काम करना शुरू कर दिया। बीएसडीयू का उद्देश्य उच्च गुणवत्ता वाली कौशल शिक्षा को बढ़ावा देना और सर्टिफिकेट, डिप्लोमा, एडवांस डिप्लोमा और स्नातक, स्नातकोत्तर, डॉक्टरेट और विभिन्न कौशल के क्षेत्र में अनुसंधान के लिए पोस्ट-डॉक्टरेट की डिग्री देते देते हुए ज्ञान की उन्नति और प्रसार करना है।