मुंबई। आईटी, टेक और आटो समूहों की कंपनियों में लिवाली के दम पर घरेलू शेयर बाजारों में आज लगातार दूसरे दिन तेजी रही।
बीएसई का 30 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 272.21 अंक यानी 0.56 प्रतिशत चढ़कर 48,949.76 अंक पर और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 106.95 अंक यानी 0.73 फीसदी की बढ़त के साथ 14,668.35 अंक पर पहुंच गया। यह दोनों सूचकांकों का एक सप्ताह का उच्चतम स्तर है।
धातु, आटो, आईटी और टेक समूहों में सबसे अधिक लिवाली रही। सेंसेक्स की कंपनियों में बजाज आटो का शेयर 2.61 प्रतिशत, एचडीएफसी का 2.20 प्रतिशत और टेक महिंद्रा का 1.67 प्रतिशत चढ़ा। इंफोसिस, नेस्ले इंडयिा, मारुति सुजुकी, टाइटन और आईसीआईसीआई बैंक के शेयर भी एक से डेढ़ फीसदी की मजबूती के साथ बंद हुए। पावरग्रिड में सबसे अधिक 1.24 प्रतिशत की गिरावट रही।
छोटी और मझोली कंपनियों में निवेशकों ने अधिक विश्वास दिखाया। बीएसई का मिडकैप 0.91 प्रतिशत चढ़कर 20,616.90 अंक पर और स्मॉलकैप 0.59 फीसदी की बढ़त में 22,183.93 अंक पर पहुंच गया।
वैश्विक स्तर पर मिला-जुला रुख रहा। एशिया में जापान का निक्केई 1.80 प्रतिशत, दक्षिण कोरिया का कोस्पी एक प्रतिशत और हांगकांग का हैंगसेंग 0.77 प्रतिशत चढ़ा। चीन का शंघाई कंपोजिट 0.16 प्रतिशत टूट गया। यूरोप में शुरुआती कारोबार में ब्रिटेन का एफटीएसई 0.10 प्रतिशत और जर्मनी का डैक्स 0.08 प्रतिशत मजबूत हुआ।
सेंसेक्स 200.23 अंक की मजबूती के साथ 48,877.78 अंक पर खुला। दोपहर से पहले इसमें उतार-चढ़ाव देखा गया और दो बार यह लाल निशान में भी उतरा। एक समय यह 48,614.11 अंक तक लुढ़क गया था, लेकिन दोपहर बाद लिवाली बढ़ने से बाजार में अच्छी तेजी देखी गई।
कारोबार की समाप्ति से पहले 49 हजार अंक के मनोवैज्ञानिक स्तर को पार करता हुआ सेंसेक्स 49,011.31 अंक तक चढ़ गया। अंत में यह गत दिवस की तुलना में 0.56 प्रतिशत ऊपर 48,949.76 अंक पर बंद हुआ।
बीएसई में कुल 3,127 कंपनियों के शेयरों में कारोबार हुआ। इनमें 1,650 के शेयरों में तेजी और अन्य 1,347 में गिरावट रही जबकि 130 कंपनियों के शेयर दिनभर के उतार-चढ़ाव के बाद अंतत: अपरिवर्तित बंद हुए।
निफ्टी भी 50.50 अंक की तेजी के साथ 14,668.35 अंक पर खुला। इसका दिवस का निचला स्तर 14,611.50 अंक और उच्चतम स्तर 14,743.90 अंक दर्ज किया गया। अंत में यह गत दिवस की तुलना में 0.73 फीसदी की मजबूती में 14,724.80 अंक पर रहा। निफ्टी की 50 में से 35 कंपनियों में तेजी और शेष 15 में गिरावट रही।