मुंबई। भारी उतार-चढ़ाव के बीच ऊर्जा तथा बैंकिंग क्षेत्र में लिवाली से सोमवार की ऐतिहासिक गिरावट के बाद बीएसई का 30 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स आज 62.45 अंक यानी 0.18 प्रतिशत की बढ़त में 35,697.40 अंक पर पहुँच गया।
सेंसेक्स के विपरीत निफ्टी दिन भर के उतार-चढ़ाव के बाद आखिरकार 2.55 अंक यानी 0.02 प्रतिशत फिसलकर 01 नवंबर 2018 के बाद के निचले स्तर 10,448.90 अंक पर बंद हुआ। मझौली और छोटी कंपनियों पर दबाव रहा। बीएसई का मिडकैप 0.89 प्रतिशत टूटकर 13,395.99 अंक और स्मॉलकैप 0.36 फीसदी की गिरावट में 12,725.15 अंक पर आ गया।
ऊर्जा के साथ ही दूरसंचार, पूंजीगत वस्तुओं, वित्त और बैंकिंग समूहों में निवेशक लिवाल रहे। वहीं, रियलिटी, तेल एवं गैस, धातु, आईटी और बुनियादी वस्तु क्षेत्र की कंपनियों ने बाजार पर दबाव बनाया। सेंसेक्स की कंपनियों में हीरो मोटोकॉर्प के शेयर चार फीसदी और रिलायंस इंडस्ट्रीज के साढ़े तीन फीसदी चढ़े। टाटा स्टील में सर्वाधिक सात फीसदी की गिरावट रही। इंडसइंड बैंक के शेयर करीब छह प्रतिशत और ओएनजीसी के चार प्रतिशत टूटे।
एशियाई शेयर बाजारों में रही गिरावट से शुरुआत में घरेलू शेयर बाजारों पर भी दबाव रहा। सेंसेक्स 166.05 अंक की गिरावट में 35,468.90 अंक पर खुला और दोपहर से पहले ही 35,261.92 अंक तक उतर गया। हालाँकि यूरोप में बाजार खुलने पर वहाँ तेजी रही। इससे बल पाकर सेंसेक्स 36,021.51 अंक तक चढ़ने में कामयाब रहा। अंत में यह पिछले कारोबारी दिवस यानी सोमवार की तुलना में 0.18 प्रतिशत की बढ़त में 35,697.40 अंक पर बंद हुआ।
निफ्टी 117.15 अंक की गिरावट के साथ 10,334.30 अंक पर खुला। इसका दिवस का निचला स्तर 10,334 अंक और उच्चतम स्तर 10,545.10 अंक दर्ज किया गया। कारोबार की समाप्ति पर यह 0.02 फीसदी की मामूली गिरावट में 10,448.90 अंक पर बंद हुआ। निफ्टी की 50 में से 30 कंपनियों के शेयर लाल निशान में और 20 के शेयर हरे निशान में रहे।
बीएसई में कुल 2,643 कंपनियों के शेयरों में कारोबार हुआ। इनमें 1,430 के शेयरों में गिरावट और 1,048 में तेजी रही जबकि 165 कंपनियों के शेयर दिन भर के उतार-चढ़ाव के बाद अंतत: अपरिवर्तित बंद हुये।
विदेशों में एशियाई बाजारों में गिरावट रही जबकि यूरोप में अधिकांश प्रमुख शेयर बाजार हरे निशान में रहे। एशिया में दक्षिण कोरिया का कोस्पी 2.78 प्रतिशत, जापान का निक्की 2.27 प्रतिशत, चीन का शंघाई कंपोजिट 0.94 प्रतिशत और हांगकांग का हैंगसेंग 0.63 प्रतिशत लुढ़क गया। यूरोप में शुरुआती कारोबार में जर्मनी का डैक्स 1.77 फीसदी और ब्रिटेन का एफटीएसई 0.96 प्रतिशत मजबूत हुआ।
बीएसई के समूहों में ऊर्जा में सबसे ज्यादा 2.11 फीसदी की बढ़त रही। दूरसंचार, पूँजीगत वस्तुओं, वित्त, बैंकिंग और एफएमसजी समूहों के सूचकांक भी हरे निशान में बंद रहे। रियलिटी में सबसे ज्यादा 2.03 प्रतिशत की गिरावट रही। तेल एवं गैस समूह का सूचकांक 1.89 फीसदी, धातु का 1.63, आईटी का 1.53, बुनियादी वस्तुओं का 1.44, स्वास्थ्य का 1.10 और टेक का 1.04 फीसदी टूट गया।
सेंसेक्स की कंपनियों में हीरो मोटोकॉर्प के शेयर 4.08 फीसदी, रिलायंस इंडस्ट्रीज के 3.60, आईसीआईसीआई बैंक के 1.80, हिंदुस्तान यूनिलिवर के 1.51, एलएंडटी के 1.35, एचडीएफसी बैंक के 1.11, कोटक महिंद्रा बैंक के 0.77, टेक महिंद्रा और एशियन पेंट्स दोनों के 0.71, बजाज ऑटो के 0.51, एचडीएफसी के 0.50, पावरग्रिड के 0.28 और बजाज फाइनेंस के 0.25 फीसदी की बढ़त में रहे।
सबसे ज्यादा 7.11 प्रतिशत की गिरावट टाटा स्टील में रही। इंडसइंड बैंक के शेयर 5.80 फीसदी, ओएनजीसी के 4.02, भारतीय स्टेट बैंक के 3.35, इंफोसिस के 2.66, अल्ट्राटेक सीमेंट के 2.43, महिंद्रा एंड महिंद्रा के 2.28, सनफार्मा के 2.19, टाइटन के 1.17, टीसीएस के 0.89, मारुति सुजुकी के 0.88, आईटीसी के 0.85, एक्सिस बैंक के 0.78, एचसीएल टेक्नोलॉजीज के 0.72, भारती एयरटेल के 0.45, एनटीपीसी के 0.05 और नेस्ले इंडिया के 0.04 प्रतिशत लुढ़क गये।