

बीकानेर। भारत-पाकिस्तान 1971 युद्ध के विजय होने के बाद सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) द्वारा पहली दफा विजय दिवस के उपलक्ष्य में कई कार्यक्रम करने की योजना बनाई गयी हैं।
बीएसएफ के डीआईजी पुष्पेंद्र सिंह राठौड़ ने शनिवार को ‘यूनीवार्ता’ को बताया कि इसके तहत बीएसएफ के जवान 13 दिसम्बर की रात्रि को हाथ में बेटन लेकर रिले रेस में दौड़ेंगे। बीएसएफ के जवान कावेरी सीमा चौकी (खाजूवाला) से शुरु होकर तारबंदी के साथ-साथ कच्ची पक्की सड़कें तथा रेत के टीलों को दौड़ कर पार करते हुए 180 किलोमीटर का रास्ता मात्र 11 घंटों में तय कर अनूपगढ़ की कैलाश पोस्ट पर पहुंचेगे।
इस दौड़ में अधिक से अधिक जवानों की भागीदारी हो इसके लिए प्रत्येक जवान अपनी पूरी ताकत के साथ लगभग 400 से 500 मीटर दौड़ेगा।
राठौड़ ने बताया कि बताया कि इस रिले रेस की खासियत यह होगी कि रेस की शुरुआत मध्य रात्रि को होगी जो कि बीएसएफ के जवानों के अटूट हौसले को दर्शाती है। इसके बाद सीमा के निकटवर्ती गांवों से होते हुए 14 दिसम्बर को अनूपगढ़ के एपीजे अब्दुल कलाम स्टेडियम में पहुंचेगे। जहां भारत पाक युद्ध में सीमा सुरक्षा बल की तरफ से शामिल जवानों को सम्मानित किया जाएगा।
राठौड़ ने आज एपीजे अब्दुल कलाम स्टेडियम का दौरा कर व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने सीमा सुरक्षा बल के जवानों, आमजन तथा अतिथियों के बैठने के सम्बंध में व्यवस्थाओं का निरीक्षण कर सीमा सुरक्षा बल की 104 वीं बटालियन के समादेष्टा के गिरी को आवश्यक दिशा निर्देश दिए।