नई दिल्ली। सरकारी दूरसंचार सेवा प्रदाता भारत संचार निगम लिमिटेड ने देश में पहली बार इंटरनेट टेलीफोनी सेवा शुरू की है। संचार मंत्री मनोज सिन्हा ने बुधवार को बीएसएनएल के कॉर्पोरेट कार्यालय में एक समारोह में यह सेवा लांच की। इसे ‘विंग्स’ नाम दिया गया है।
कंपनी के मुख्य महाप्रबंधक अनिल जैन ने बताया कि बीएसएनएल के उपभोक्ता अपने स्मार्टफोन, टैबलेट या लैपटॉप पर ‘एसआईपी क्लाइंट’ नामक ऐप डाउनलोड कर अपने डिवाइस से इंटरनेट कॉलिंग कर सकेंगे। उन्होंने बताया कि इस सेवा के इस्तेमाल के लिए किसी सिम कार्ड या मोबाइल नेटवर्क की जरूरत नहीं होगी।
दुनिया में जहां कहीं भी ग्राहक के डिवाइस में वाई-फाई या कोई अन्य इंटरनेट कनेक्शन है, वह इस ऐप के माध्यम से कॉलिंग कर सकेगा। यह वीडियो कॉलिंग और कांफ्रेंस कॉलिंग को भी सपोर्ट करता है। ग्राहक अपने डिवाइस में मौजूद संपर्क सूची का भी इस्तेमाल कर सकेगा।
सिन्हा ने उम्मीद जताई की इस नयी सुविधा से कंपनी का राजस्व तथा बाजार हिस्सेदारी बढ़ाने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि कंपनी देश में यह सेवा देने वाली पहली कंपनी है। अन्य कंपनियाँ भी इस क्षेत्र में आएंगी। बीएसएनएल के अधिकारियों एवं कर्मचारियों को संबोधित करते हुये केंद्रीय मंत्री ने कहा कि उन्हें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि वे इस क्षेत्र के सबसे बड़े सेवा प्रदाता बने रहें।
इंटरनेट टेलीफोनी नेक्स्ट जेनरेशन नेटवर्क का इस्तेमाल करता है जो कॉलिंग और डाटा दोनों के लिए माकूल है। इससे ग्राहक अपने लैंडलाइन नंबर को भी ‘एसआईपी क्लाइंट’ ऐप से जोड़ सकता है। कॉलिंग के लिए इंटरनेट कनेक्शन बीएसएनएल का होना जरूरी नहीं है।
जैन ने बताया कि आने वाले समय में इंटरनेट टेलीफोनी पर एसएमएस और ह्वाटसऐप सुविधा उपलब्ध कराने के लिए तकनीकी काम चल रहा है। दूरसंचार सेवा नियामक ट्राई ने 24 अक्टूबर 2017 को इंटरनेट टेलीफोनी की अनुमति देने की सिफारिश की थी। दूरसंचार मंत्रालय ने गत 19 जून को यह सेवा शुरू करने के लिए बीएसएनएल को स्वीकृति दी और एक महीने से भी कम समय में कंपनी ने इसे लांच कर दिया।