जयपुर । राजस्थान के राज्यपाल एवं कुलाधिपति कल्याण सिंह ने राजस्थान तकनीकी विश्वविद्यालय को परमाणु विज्ञान तकनीकी अथवा परमाणु विज्ञान एवं अभियांत्रिकी विषय में बी.टेक पाठ्यक्रम शुरु करने के निर्देश दिये हैं। इस कोर्स का ब्लू प्रिंट एक माह में तैयार करने के लिए कुलपति को कुलाधिपति श्री सिंह ने कहा है। राज्यपाल ने कहा है कि इस संबध में भारत सरकार के संबंधित मंत्रालय को भी वह पत्र लिखेंगे।
सिंह ने कोटा के राजस्थान तकनीकी विश्वविद्यालय के आठवें दीक्षांत समारोह पर भेजे अपने संदेश में छात्र-छात्राओं को बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुये कहा कि राजस्थान भारत की परमाणु शक्ति का प्रतीक है। पोकरण में तीन परमाणु परीक्षणों से समूचे विश्व में भारत की प्रतिष्ठा को बढ़ाया है। उन्होंने कहा कि वह शिक्षा में परमाणु विज्ञान को शामिल करने के संबंध में केन्द्र सरकार को भी पत्र लिखेगें।
उन्होंने कहा कि राजस्थान परमाणु ऊर्जा स्टेशन रावतभाटा में है। राजस्थान के पोकरण में हुए तीन परमाणु परीक्षणों ने विश्व में भारत की धाक स्थापित की है। कोटा और पोकरण, राजस्थान में परमाणु शक्ति की संभावनाओं के लिए एक मजबूत आधार है। राजस्थान को इस दिशा में ओर आगे बढ़ने की जरूरत है। विश्वविद्यालय को इस क्षेत्र में पहल करनी चाहिए। श्री सिंह ने कहा राजस्थान में न्यूक्लियर साइंस के अध्ययन, अध्यापन का अभाव, कोटा और पोकरण की उपलब्धियों से साम्य नहीं रखता है। इस विषय का पाठ्यक्रम आरम्भ होना आवश्यक है। यह प्रयास भविष्य के लिए प्रांसगिक होगा।
उन्होंने कहा कि छात्रों एवं छात्राओं को देश कीे विकास यात्रा मे कदम से कदम मिलाकर चलना होगा। युवाओं को विकास के क्षेत्र में अपनी सशक्त उपस्थिति दर्ज करानी होगी। इंजीनियरिंग शिक्षा के साथ – साथ छात्र-छात्राओं को मानवीय मूल्यों की शिक्षा देना आवश्यक है। कुलाधिपति ने शिक्षकों से अपेक्षा की कि मानवीय मूल्यों से ओतप्रोत नए पाठ्यक्रमों को सार्थकता प्रदान करने में वे समुचित योगदान दें।