अजमेर। पूर्णिमा के पावन अवसर पर बुधवार को ज्योति विहार अजमेर में सादगी से बौद्ध जयंती मनाई गई। कोरोना काल के चलते बौद्ध उपासक व उपासिकाओं ने अपने-अपने घर परिवार के बीच रहकर सुबह त्रिरत्नों की पूजा वंदना की। इस अवसर पर बौद्ध श्रद्धालु परिवारों में बुद्ध धम्म और संघ के गुणों का स्मरण किया गया। दान, शील, साधना और मैत्री भावना का अभ्यास तथा बोधिवृक्ष का वंदन किया गया।
विपस्सना के साधकों द्वारा ध्यान, साधना, आठ शील, उपोसथ व्रत धारण किए। दान पारमी और सभी प्राणियों के लिए मैत्री भावना की गई। बुद्ध विहार की ओर से जागृति नगर में खीर वितरण की गई। गरीब एवं असहाय लोगों, लोहार बस्ती, अजय नगर में फूड पैकेट बांटे गए। जीसीए चौराहे पर गरीब लोगों को भोजन वितरित किया गया।
इसी प्रकार गौतम नगर में वेद प्रकाश व बुध सिंह धनवाल, नगरा क्षेत्र में पार्षद काजल राजोरिया, पार्षद लक्ष्मी बुंदेल, पूजा मार्ग धोला भाटा में प्रमोद कुमार तंवर और ललित जारेवाल आदि ने उत्साह पूर्वक खीर वितरित की।
बुद्ध पूर्णिमा के अवसर पर बुद्ध विहार के भिक्षु शील शिरोमणि आसुलाल उमा कुरडिया द्वारा रचित पुस्तक तथागत बुद्ध का जीवन चरित्र का ऑनलाइन विमोचन किया गया।
डीआर बेरवाल ने बताया कि बुद्ध ज्योति फाउंडेशन ट्रस्ट की ओर से बुद्ध विहार के 50 से अधिक कार्यकर्ताओं की ज़ूम मीटिंग के जरिए प्रशस्ति की गई। इस अवसर पर बुद्ध ज्योति विहार रोशनी की गई। सुबह 10 बजे ऑनलाइन मीटिंग में बौद्ध परिवार की की महिलाओं और बच्चों आदि ने उत्साह पूर्वक एक दूसरे को शुभकामनाएं प्रेषित की।