नई दिल्ली। बजट में कर बढ़ाने से पेट्रोल-डीजल, सोना-चांदी, आभूषण, वाहनों के कलपुर्जे और तंबाकू उत्पाद समेत कई अन्य वस्तुएं महंगी करने का प्रस्ताव, जबकि इलेक्ट्रिक कार और घर खरीदना सस्ता हो जाएगा।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शुक्रवार को मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का पहला आम बजट पेश करते हुए सामाजिक कार्यों के लिए संसाधन जुटाने के प्रयास में पेट्रोल और डीजल पर एक-एक रुपए प्रति लीटर का उत्पाद शुल्क बढ़ाने के साथ ही इतनी ही राशि का भार ढांचागत विकास की मद में बढ़ाने का ऐलान किया है। इससे दोनों ईंधनों की कीमत शनिवार से दो-दो रुपए प्रति लीटर बढ़ जाएगी। डीजल के महँगा होने से आने वाले दिनों में अन्य वस्तुओं के दामों पर भी असर पड़ सकता है।
बजट में सोना-चांदी और आभूषण पर सीमा शुल्क को 10 प्रतिशत से बढ़ाकर 12.5 प्रतिशत और काजू पर 45 से बढ़ाकर 75 प्रतिशत करने से इनकी कीमतों पर भी असर पड़ेगा। आयातित पुस्तकों पर शुल्क शून्य से बढ़ाकर पांच प्रतिशत और ऑप्टिकल फाइबर केबल पर शून्य से 20 प्रतिशत करने से यह भी महंगे हो जाएंगे।
वाहन उपकरणों पर 10 प्रतिशत के शुल्क को बढ़ाकर 15 प्रतिशत और टाइल्स पर भी 10 से 15 प्रतिशत किया गया है। एयरकंडीशन, लाउस्पीकर, वीडियो रिकॉर्डर, सीसीटीवी कैमरा, वाहन के हॉर्न, तंबाकू सिगरेट और मोबाइल के पाटर्स भी शुल्क बढ़ाने से महंगे होंगे।
इसके अलावा डिजिटल कैमरा, पूर्ण आयातित कार, साबुन बनाने के काम में आने वाला कच्चा माल, आयातित स्टैनलैस स्टील उत्पाद, न्यूजप्रिंट और मोबाइल फोन चार्जर आदि भी महँगे हो जाएंगे।
नकद लेनदेन को कम करने के लिए बैंक खाते से एक करोड़ रुपए से अधिक सालाना निकालने वालों को भी जेब ढीली करनी पड़ेगी। इनकी निकासी पर दो प्रतिशत का स्रोत पर कर काटा जाएगा।
पर्यावरण को स्वच्छ बनाने के लिए इलेक्ट्रिक कार के इस्तेमाल को बढ़ावा देने की दिशा में इसके उपकरणों की खरीद पर रियायत देने का ऐलान किया गया है। इलेक्ट्रिक वाहनों के अलावा इलेक्ट्रॉनिक सामान, सेट अप बॉक्स और रक्षा का आयातित सामान भी सस्ता होगा।