नई दिल्ली। देश की खराब अर्थव्यवस्था और महंगाई, बेरोजगारी को लेकर केंद्र सरकार ही नहीं देशवासी भी सहमे हुए हैं। अब जनता की निगाहें केंद्र सरकार के आने वाले बजट पर लगी हुई हैं। गौरतलब है कि देश का बजट चंद दिनों में आ रहा है। बजट को आम लोगों के लिए लोकलुभावन बनाने के लिए केंद्र सरकार पिछले कई दिनों से मैराथन बैठक कर रही है।
India Budget 2020
दिल्ली विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं ऐसे में केंद्र सरकार की कोशिश रहेगी कि इस बार बजट में आम जनता को जितनी रियायत मिल सके उतना बेहतर रहेगा। इस बार बजट में नए टैक्स का प्रावधान देखने को मिल सकता है। आगामी 1 फरवरी को देश का आम बजट पेश होने वाला है। इस बजट में सरकारी की ओर से मौजूदा तीन टैक्स स्लैब की जगह चार टैक्स स्लैब प्रस्तावित करने की संभावना है।
चार टैक्स स्लैब के सुझाव दिए गए हैं
टास्क फोर्स ने अगस्त 2019 में पेश की गई अपनी रिपोर्ट में 4 टैक्स स्लैब के सुझाव दिए हैं। इसके मुताबिक 2.5 लाख रुपये से 10 लाख के बीच सालाना कमाई वाले व्यक्तियों के लिए 10 फीसदी टैक्स रेट प्रस्तावित किया जा सकता है। इसी तरह 10 लाख रुपये से लेकर 20 लाख रुपये के बीच आय वालों के लिए 20 फीसदी और 20 लाख से 2 करोड़ रुपये की आय वालों के लिए 30 फीसदी टैक्स का प्रस्ताव लाया जा सकता है। वहीं जो लोग साल में दो करोड़ रुपये से अधिक आय वाले हैं उनके लिए 35 फीसदी टैक्स दर तय की जा सकती है।
Income tax budget 2020 highlights
वर्तमान टैक्स स्लैब के मुताबिक 2.5-5 लाख रुपये की सालाना कमाई पर 5 फीसदी टैक्स देना होता है। इसी तरह 5-10 लाख रुपये पर 20 फीसदी जबकि 10 लाख और उससे अधिक की कमाई पर 30 फीसदी टैक्स का प्रावधान है। यहां हम आपको बता दें कि 1 फरवरी 2019 को मोदी सरकार के पहले कार्यकाल का अंतरिम बजट पेश करते हुए तब के वित्त मंत्री पीयूष गोयल ने 5 लाख रुपये तक की सालाना कमाई पर रीबेट यानी छूट दी थी।
टैक्स स्लैब के बदलाव में मिडिल क्लास पर यह होगा असर
टैक्स स्लैब में बदलाव को लेकर टास्क फोर्स द्वारा दिए गए सुझाव को सरकार मान लेती है तो इसका सबसे ज्यादा असर मिडिल क्लास पर पड़ने वाला है। उन टैक्सपेयर्स को नुकसान होगा जो 5 लाख तक की सालाना इनकम पर 5 फीसदी स्लैब के हिसाब से टैक्स दे रहे हैं। जबकि उन टैक्सपेयर्स को राहत मिलेगी जो वर्तमान में 5 लाख से 10 लाख तक की सालाना इनकम पर 20 फीसदी के हिसाब से टैक्स दे रहे हैं। दरअसल, प्रस्ताव मंजूरी के बाद टैक्सपेयर्स 10 फीसदी के स्लैब में आ जाएंगे ऐसे लोगों को 5-10 लाख तक की सालाना कमाई पर 10 फीसदी टैक्स की राहत मिलेगी।
वर्तमान में 10 लाख और उससे अधिक कमाई पर 30 फीसदी टैक्स का प्रावधान है लेकिन प्रस्ताव में 10-20 लाख रुपये के बीच आय वालों के लिए 20 फीसदी टैक्स का प्रस्ताव लाया जा सकता है। कहने का मतलब ये है कि 20 लाख रुपये तक की सालाना इनकम वाले टैक्सपेयर्स को स्लैब में 10 फीसदी की राहत मिलेगी।
budget release date 2020
संसद का बजट सत्र 31 जनवरी से शुरू हो रहा है। बजट सत्र का पहला चरण 31 जनवरी से 11 फरवरी तक और दूसरा चरण दो मार्च से तीन अप्रैल तक चलेगा। बजट सत्र के बीच में करीब एक महीने का अवकाश रखा जाता है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 1 फरवरी को बजट पेश करेंगी। नरेंद्र मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का यह पहला पूर्णकालिक बजट होगा। इस बार आने वाले बजट को लेकर पीएम नरेंद्र मोदी ने अर्थशास्त्रियों और अर्थव्यवस्था के क्षेत्र से जुड़े एक्सपर्ट्स के साथ मीटिंग की है। इस बैठक में मौजूदा समय में अर्थव्यवस्था की मंदी पर चर्चा और इससे उबरने के लिए जरूरी उपायाें पर लंबा मंथन हुआ था।
शंभू नाथ गौतम, वरिष्ठ पत्रकार