जयपुर। राजस्थान विधानसभा में आज अध्यापक पात्रता परीक्षा (रीट) प्रकरण का मुद्दा गूंजा।आज शुरू हुए राज्य की 15वीं विधानसभा के सप्तम एवं बजट सत्र के दौरान विपक्ष भारतीय जनता पार्टी एवं राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी ने रीट पेपर लीक मामले की केन्द्रीय जांच ब्यूरो जांच की मांग को लेकर सदन में तख्तियां लहराई। भाजपा के सदस्यों ने काली पट्टी बांधकर भी अपना विरोध जताया।
भाजपा के विधायक एवं रालोपा के तीनों विधायक रीट की सीबीआई जांच हो लिखी तख्तियां थामे सदन में आए और अभिभाषण के शुरु होते ही तख्तियां सामने करके अपनी जगह पर खड़े हो गए। भाजपा सदस्यों में नेता प्रतिपक्ष गुलाब चंद कटारिया, पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष कैलाश मेघवाल, उपनेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र सिंह राठौड़ एवं भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष एवं विधायक सतीश पूनियां सहित सभी विधायकों ने रीट की सीबीआई जांच हो लिखी तख्तियां लहराई।
रालोपा के विधायक नारायण बेनीवाल सहित पार्टी के तीनों विधायक रीट परीक्षा मामले की सीबीआई जांच की मांग करते हुए तख्तियां लहराते हुए वेल में आ गए और इस मांग के समर्थन में बोलते रहे। करीब 15 मिनट बाद तीनों विधायक सदन से बहिर्गमन कर गए जबकि भाजपा के सदस्य अपनी जगह पर पूरे अभिभाषण में खड़े रहे।
राज्यपाल ने विरोध कर रहे विधायकों से अपनी सीटों पर बैठने का आग्रह करते हुए कहा कि आप बैठ जांएगे तो अच्छा लगेगा, सदन चलता रहेगा, आप डटकर विरोध करना लेकिन विरोध करे सदस्य अपनी जगह पर पूरे अभिभाषण के दौरान खड़े रहे। अभिभाषण के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत राजे की सीट की तरफ आए और कहा कि बैठकर भी तख्ती दिखा देते तो हम मान लेते।
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