मुंबई। देश की आर्धिक राजधानी मुंबई में मंगलवार को डोंगरी इलाके में केसरबाई नाम की एक चार मंजिला इमारत का आधा हिस्सा ढह गया जिसके मलबे से अब तक 12 शव बरामद किए गए और आठ लोगों को जीवित निकाला गया है। हादसे में घायल हुए लोगों को सरकारी जेजे अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
बीएमसी के मुताबिक, डोंगरी के एमए सारंग रोड पर स्थित केसरबाई बिल्डिंग का आधा हिस्सा गिर गया। हादसा पूर्वाह्न 11.30 बजे हुआ। घटना की सूचना मिलते ही राष्ट्रीय आपदा मोचन बल और अग्निशमन विभाग की टीम माैके पर पहुंची और बचाव एवं राहत कार्य शुरू किया। इस बिल्डिंग में करीब 15 परिवार रहते थे। बिल्डिंग के अंदर महिलाएं और बच्चे भी फंसे हैं। स्थानीय लोगों के अनुसार इमारत के मलबे में 40-50 लोगों के दबे होने की आशंका है।
मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडनवीस ने कहा कि प्रारंभिक जानकारी के अनुसार इस इमारत में लगभग 15 परिवार थे और अभी भी मलबे के नीचे कई लोगों के दबे होने की आशंका है। हमारा पूरा प्रयास इस समय मलबे के नीचे दबे लोगों को बचाने का है।
प्रशासन ने आसपास की इमारतों को खाली करा दिया है। धराशायी हुई इमारत करीब 80-100 साल पुरानी थी जो कि काफी खस्ताहाल में थी। इलाके में बारिश के बाद तेज हवा चल रही थी। उसी वक्त तेज आवाज के साथ इमारत भरभरा कर ढह गई।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इस हादसे पर दुख व्यक्त किया है। मोदी ने अपने ट्वीट में लिखा है कि मुंबई के डोंगरी में इमारत ढहने की घटना पीड़ादायक है। मेरी संवेदनाएं उन परिवारों के साथ हैं, जिन्होंने अपनों को खो दिया है। मैं घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करते हैं। महाराष्ट्र सरकार, एनडीआरएफ और स्थानीय प्रशासन राहत एवं बचाव अभियानों में जुटे हुए हैं।
कुछ मृतकों की शिनाख्त हो चुकी है जिनके नाम साबिया निसार शेख (25), अब्दुल सत्तार कालू शेख (55), मुजामिल मंसूर सलमानी (15), सायरा रेहान (25), जावेद इस्माइल (34), अरहान शहजाद (40) और कश्यप अमीराजन (13) हैं।