बड़वानी/खरगोन। मध्यप्रदेश के हिंसा ग्रस्त खरगोन जिला मुख्यालय और बड़वानी जिले के सेंधवा में आज प्रशासन का बुलडोजर चलना जारी रहा।
बड़वानी कलेक्टर शिवराज सिंह वर्मा ने बताया कि आज सेंधवा के जोगवाड़ा रोड पर 3 मकान पूरी तरह धराशायी कर दिए गए और 10 मकानों का अतिक्रमण हटाया गया। इसके अलावा आज हिंसा से जुड़े एक आरोपी का एनएसए भी आदेशित किया गया है। इस तरह से सेंधवा में अब तक दंगाइयों के अवैध रूप से निर्मित 10 मकान गिरा दिए गए हैं।
बड़वानी के पुलिस अधीक्षक दीपक कुमार शुक्ला ने बताया कि सेंधवा में रामनवमी के अवसर पर हुई हिंसा के मामले में अब तक 13 प्रकरण दर्ज कर 28 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है। इसमें धार्मिक स्थल को क्षति पहुंचाने संबंधी प्रकरण भी शामिल है। उन्होंने बताया कि हिंसाग्रस्त जोगवाडा रोड क्षेत्र में कल रात एक टेंट व्यवसाई के गोडाउन में आग लगा देने के मामले में विवेचना जारी है।
उधर, खरगोन जिला मुख्यालय पर आज इंदौर संभाग के आयुक्त पवन शर्मा, आईजी राकेश गुप्ता और अन्य अधिकारियों की उपस्थिति में एक बेकरी कारखाना, एक होटल तथा एक अन्य अवैध रूप से निर्मित भवन को जमींदोज कर दिया गया। इस तरह खरगोन में करीब 50 छोटे-बड़े अवैध भवन तथा अतिक्रमण हटा दिए गए हैं।
इंदौर जोन के आईजी राकेश गुप्ता ने बताया कि खरगोन में अब तक 24 प्रकरण दर्ज कर 111 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने बताया कि गंभीर रूप से घायल 16 वर्षीय शिवम आज इंदौर स्थित एक निजी अस्पताल के वेंटिलेटर से बाहर आ गया है और अब उसकी स्थिति बेहतर है।
उधर, जैतापुर पुलिस चौकी के प्रभारी प्रवीण आर्य ने बताया कि कल रात खंडवा रोड पर स्थित मैकेनिक नगर में एक गैरेज 3 बस और 2 कारों में आगजनी की घटना के सिलसिले में प्रकरण दर्ज कर लिया गया है। हालांकि इस मामले में पुलिस अधिकारी घटना को संदिग्ध मान रहे हैं और इसकी बहुआयामी जांच कर रहे हैं।
खरगोन की घटनाओं को क्षेत्रीय कांग्रेस विधायक रवि जोशी ने सूचना तंत्र की कमजोरी और घटनाओं को गलत तरीके से निपटने के लिए पुलिस को जिम्मेदार बताया है। उन्होंने कहा कि पूर्व सूचना के अभाव में पुलिस तंत्र की कोई तैयारी नहीं थी। उन्होंने बताया कि आगजनी की घटनाओं के चलते 15 परिवार बेघर हो गए हैं।
पता है कि प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष कमल नाथ द्वारा गठित समिति के सदस्य कर्फ्यू के चलते खरगोन की घटनाओं की जांच के लिए फिलहाल नहीं आ सके हैं। उन्होंने कहा कि प्रशासन को बुद्धिजीवियों के समूह से चर्चा कर हालात पर नियंत्रण के प्रयास करना चाहिए।
वरिष्ठ कांग्रेस नेता तथा कांग्रेस कमेटी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरुण यादव ने दंगाइयों के विरुद्ध न्याय सम्मत कड़ी और निष्पक्ष कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने कहा कि दोषी अधिकारियों को भी नहीं बख्शा जाना चाहिए। उन्होंने नागरिकों से सामाजिक तथा सांप्रदायिक सदभाव बरकरार रखने की अपील की।
उधर, खरगोन के कलेक्टर अनुग्रह पी ने खरगोन की स्थिति को पूरी तरह नियंत्रण में बताते हुए कहा कि भय की वजह से किसी भी परिवार ने अपना घर नहीं छोड़ा है। उन्होंने कहा कि घरों में क्षति पहुंचने के चलते दो या तीन परिवार अपने रिश्तेदारों के यहां गए हैं। उन्होंने कहा कि आरोपियों को चिन्हित कर हिरासत में लेने तथा उनके विरुद्ध लगातार कड़ी कार्रवाई की प्रक्रिया की जा रही है।
तीन होटल्स और एक बेकरी पर की कार्रवाई
खरगोन में आज शाम जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन और नगर पालिका द्वारा संयुक्त रूप से होटलों को तोड़ने की कार्यवाही की गई। एसडीएम मिलिंद ढोके ने बताया कि शाम के बाद खरगोन शहर के बस स्टैंड क्षेत्र की लजीज होटल, तालाब चौक स्थित मोहन टॉकीज के पास दो वक्त होटल और छोटी मोहन टॉकीज के काजीपुरा की एक बेकरी पर कार्रवाई की गई।
मोहन टॉकीज के पास हुई कार्रवाई के दौरान वक्त होटल के आसपास के अन्य होटल एवं दुकानों में कुल 14 संदिग्ध लड़के छुपे हुए थे। वहीं, मोहन टॉकीज के पास की गली में अंधेरे में एक युवक अकेला छुपा देखकर पुलिस ने पकड़ा। इस तरह कुल 15 युवक कार्यवाही के दौरान पकड़े गए।
कार्यवाही के दौरान इंदौर संभागायुक्त ड़ॉ पवन शर्मा, आईजी राकेश गुप्ता, कलेक्टर अनुग्रहा पी, अपर कलेक्टर एसएस मुजाल्दा, एसडीएम मिलिंद ढोके, नगर पालिका सीएमओ प्रियंका पटेल सहित एसएएफ, आरएएफ और पुलिस बल मौजूद रहा।