कोटा। राजस्थान में कोटा की एक अदालत ने बूंदी जिले की इंद्रगढ़ नगर पालिका की पूर्व महिला अध्यक्ष को भ्रष्टाचार के एक मामले में फरार घोषित कर उसकी गिरफ्तारी के लिए स्थाई वारंट जारी कर भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) को उसे गिरफ्तार करने के आदेश जारी कर दिए हैं।
आधिकारिक जानकारी के अनुसार बूंदी जिले की इंद्रगढ़ नगर पालिका में सात वर्ष पुराने इस मामले में पालिका कर्मियों ने मिलीभगत करके भूखंड आवंटित करने और पट्टे जारी करने से संबंधित घोटाले किए थे जिसकी शिकायत मिलने के बाद बूंदी एसीबी ने इस मामले की जांच के बाद शिकायत को सही पाए जाने पर तत्कालीन इंद्रगढ़ पालिका की अध्यक्ष हेमलता महावर सहित अधिशासी अधिकारी भागीरथ पांचाल, लिपिक शंकरलाल, भीमराज और सत्यनारायण के खिलाफ मामला दर्ज किया था।
ब्यूरो की बूंदी टीम ने इस मामले में सेवानिवृत्त हो चुके अधिशासी अधिकारी भागीरथ पांचाल सहित तीन अन्य कर्मचारियों को गिरफ्तार करके कोटा में एसीबी कोर्ट में पेश किया था जबकि तत्कालीन पालिका अध्यक्ष हेमलता महावर अभी भी फरार है जिसे फरार घोषित कर उसके खिलाफ स्थाई वारंट जारी करने के लिए एसीबी न्यायालय में आवेदन किया था जिसकी सुनवाई के बाद कोटा की इस अदालत में हेमलता महावर के खिलाफ स्थाई वारंट जारी करके एसीबी को उसे गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश करने के आदेश जारी किए। कोटा की एसीबी कोर्ट ने इस मामले में सुनवाई के लिए अगली तिथि दो मार्च तय की है।
एसीबी की अधिकारिक सूत्रों ने बताया कि पूर्व पालिका अध्यक्ष हेमलता महावर की गिरफ्तारी के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। इसके लिए उसके नजदीकी लोगों और रिश्तेदारों से पूछताछ की गई है और उसके छुपने के संभावित ठिकानों पर भी निगरानी रखी जा रही है। उसका मोबाइल फोन भी स्विच ऑफ बताया जा रहा है लेकिन यह उम्मीद जताई जा रही है कि उसे शीघ्र ही एसीबी अपनी हिरासत में ले लिया जाएगा।