जयपुर। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ ने बीवीजी कंपनी के साथ 20 करोड़ रुपए के लेनदेन में आरएसएस के क्षेत्रीय प्रचारक निम्बाराम को आरोपी बनाने पर कड़ी आपत्ति जताई है।
आरएसएस के क्षेत्र कार्यवाह हनुमान सिंह राठौड़ ने आज एक बयान जारी कर कहा कि राजनीतिक निहित स्वार्थों ने तथ्यों को तोड़ मरोड़कर प्रस्तुत करने का प्रयत्न किया है, जबकि इस मामले में किसी प्रकार की राशि का कोई आदान प्रदान नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि वीडियो सनसनी फैलाने के लिए जारी किया गया है और हमारे सामने कानून सम्मत कार्रवाई करने के सभी प्रकार के विकल्प खुले हैं।
राठौड़ ने कहा कि 20 अप्रेल को निम्बाराम से कंपनी के प्रतिनिधियों की भेंट या बातचीत सामान्य सामाजिक शिष्टाचार के नाते ही थी। उनकी इस सामान्य शिष्टाचार भेंट को आरएसएस में उनकी भूमिका से जोड़ना निंदनीय है। अलग-अलग समय और सन्दर्भ में की गई बातचीत की वीडियो रिकॉर्डिंग कर, उन्हें जोड़कर राजनीतिक कारणो से उसके अन्य अर्थ लगाए जा रहें हैं।
उन्होंने कहा कि वैचारिक द्वेष एवं दुर्भावना से लगाए जा रहे इन झूठे आरोपों एवं लांछनों का हम खंडन करते हैं और कानून सम्मत कार्यवाही करने के सभी प्रकार के विकल्प हमारे सामने खुले हुए हैं।
देशभक्त संगठन को बदनाम करने का षड़यंत्र कभी सफल नही होगा-पठान
राजस्थान में दरगाह कमेटी अजमेर के चेयरमेन अमीन पठान ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ आरएसएस के क्षैत्रिय प्रचारक निम्बाराम पर मुकदमा दर्ज करने पर तिखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि कांग्रेस का एक देशभक्त संगठन को बदनाम करने का षड़यंत्र कभी सफल नही होगा।
पठान ने आज एक बयान में कहा कि एक झूठा वीडियो बनाकर संघ प्रचारक को फंसाने का कुचक्र कांग्रेस ने किया है। अपनी नाकामियों पर पर्दा डालने के लिए कांग्रेस ऐसी झुठी कहानी रच रही है।
उन्होंने कहा कि आरएसएस का एवं उसमे जुडें लोगों का इतिहास हमेशा त्याग, तपस्या और सेवा का रहा है, उन्हें कांग्रेस जैसी भ्रष्ट पार्टी के प्रमाण पत्र की आवश्यकता नही है। उन्होंने कहा कि सरकार को प्रदेश की बिगड़ती कानून व्यवस्था पर अपना ध्यान केन्द्रित करना चाहिए ना कि वैचारिक विरोध को दबाने के लिए षड़यंत्र करने पर।