नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी ने राफेल विमान सौदे को लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संबंध में दिए गए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के बयान को शर्मनाक, गैरजिम्मेदाराना और स्तरहीन बताते हुए शनिवार को आरोप लगाया कि असल में गांधी परिवार ही देश में भ्रष्टाचार की जननी है।
भाजपा के वरिष्ठ नेता और कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने पार्टी मुख्यालय में संवाददाता सम्मेलन में कहा कि श्री गांधी ने लोकप्रिय प्रधानमंत्री मोदी को ‘चोर’ कहा है। आजादी के बाद किसी राष्ट्रीय पार्टी के अध्यक्ष ने किसी प्रधानमंत्री के खिलाफ ऐसे शब्द का प्रयोग नहीं किया। उन्होंने ने कहा कि ऐसे शब्दों का प्रयोग करने वाले गांधी खुद भ्रष्टाचार, जमीन और नेशनल हेराल्ड के शेयर घोटाले में आरोपी है।
उन्होंने आरोप लगाया गांधी परिवार भ्रष्टाचार में डूबा है और यह देंश में भ्रष्टाचार की जननी है। गांधी उनके बहनोई द्वारा की गई ‘जमीन लूट’ पर खामोश हैं। यह परिवार बोफोर्स, टू जी, आदर्श और कोयला घोटाला में शामिल रहा है। पूरे परिवार ने घूस लेकर भ्रष्टाचार की पराकाष्ठा की है। उन्होंने कहा कि गांधी ने प्रधानमंत्री पर ओछे, गुमराह करने वाले और गैर जिम्मेदाराना बयान देकर अपने मुंह पर खुद कालीख पोत ली है। देश और पूरी दुनिया उनकी बातों पर विश्वास नहीं कर रही है।
भाजपा नेता ने कहा कि मोदी सरकार ने भ्रष्टाचार के दरवाजे बंद कर दिए हैं और बिचौलियों के लिए दरवाजे बंद कर दिए गए हैं जिससे लोगों को परेशानी हो रही है। संयुक्त पगतिशील सरकार के दौरान गांधी परिवार दलालों को संरक्षण देता था। उन्होंने कहा कि मैं गांधी के दर्द को समझता हूं।
प्रसाद ने कहा कि राफेल विमान सौदे को लेकर कई बार केन्द्र सरकार स्थिति स्पष्ट कर चुकी है। इसके साथ ही फ्रांस सरकार और विमान बनाने वाली कम्पनी डसाल्ट ने भी स्थिति स्पष्ट कर दी है। इस विमान सौदे को लेकर फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति फ्रांसुआ ओलांद ने किस मजबूरी में बयान दिया है इसकी जानकारी उन्हें नहीं है।
उन्होंने कहा कि इस विमान के सौदे की प्रक्रिया 2001 में शुरु हुई थी और बारह साल बाद तक खरीद को लेकर कोई निर्णय नहीं लिया गया। मोदी ने वायु सेना की कमजोर हो रही स्थिति को समझा और फ्रांस सरकार के साथ विमान खरीद का समझौता किया। उन्होंने कहा कि जहां तक डसाल्ट के आफसेट पार्टनर का सवाल है यह उस कम्पनी को तय करना है। इससे किसी सरकार का कोई लेनादेना नहीं है।
भाजपा नेता ने कहा कि जहां तक रिलायंस के साथ करार का सवाल है तो मीडिया में 2012 में डसाल्ट और रिलायंस के बीच करार होने की बात आ गई थी। इस संबंध में उन्होंने एक अंग्रेजी अखबार की 13 फरवरी 2012 की रिपोर्ट का उल्लेख किया और कहा कि हमारी सरकार तो 2014 में बनी। उन्होंने कहा कि विमान के कलपूर्जे बनाने का समझौता केवल रिलायंस के साथ नहीं हुआ है बल्कि छह कम्पनियों के साथ हुआ है और करीब एक सौ कम्पनियों के साथ बातचीत चल रही है। इससे देश में लोगों को रोजगार मिलेगा।
उन्होंने कहा कि जहां तक विमान के मूल्य का सवाल है तो यह गैर जिम्मेदार सरकार नहीं है जो सब कुछ खोल कर बताएगी। संप्रग के समय में विमान की जो बेसिक कीमत तय की गयी थी, मोदी सरकार ने उससे नौ प्रतिशत कम कीमत पर सौदा किया। हथियार प्रणाली के साथ पहले जो मूल्य तय किया गया था उससे अब यह करीब 20 प्रतिशत सस्ता है।
प्रसाद ने कहा कि गांधी विमान सौदे की गोपनीयता को सार्वजनिक करने की मांग कर पाकिस्तान की मदद करना चाहते हैं। इस सूचना को सार्वजनिक करने से दुश्मन देश चौकन्ने हो जाएंगे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष देश की सुरक्षा से खेलना बंद करें।