चंदौली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को कहा कि नागरिकता संशोधन कानून देश की जरूरत है और इसे किसी भी सूरत में वापस नहीं लिया जाएगा।
पूर्वांचल को 1200 करोड़ रूपए की विकास परियोजनाओ का तोहफा देने के बाद मोदी ने कहा कि सीएए लंबे समय से देश की जरूरत बना हुआ था और इसी कारण सरकार इसे लेकर आयी। हम इसे किसी भी कीमत पर वापस नहीं लेंगे।
उन्होने कहा कि उनकी सरकार देश और जनहित में आगे भी कड़े फैसले लेती रहेगी। सरकार देश के विकास के लिए काम कर रही है और अब उसकी तवज्जो टीयर 3 और टीयर चार के शहरों पर है जहां मूलभूत सुविधाओं का विकास किया जाएगा। केन्द्रीय बजट में मूलभूत ढांचे के लिये सौ लाख करोड की व्यवस्था की गयी है जिसका अधिकांश हिस्सा टीयर 3 और टीयर 4 शहरों में खर्च किया जाएगा।
मोदी ने कहा कि आज हम देश में पांच ट्रिलियन इकोनामी के बारे में बात करते है। इस लक्ष्य को पाने में प्रकृति, धरोहर और पर्यटन महती भूमिका अदा कर सकते है। इसके तहत वाराणसी समेत अन्य धार्मिक स्थलो को नयी तकनीक से लैस किया जाएगा।
केन्द्र सरकार का रिपोर्ट कार्ड पेश करते हुए उन्होने कहा कि पिछले पांच सालों के दौरान देश में 36 हजार नए स्टार्टअप पंजीकृत किये गये जबकि मुद्रा योजना के अंतर्गत साढे पांच करोड लोगों को कर्ज दिया गया जिसमें वाराणसी के लोगों की संख्या छह लाख 60 हजार थी।
उन्होंने कहा कि केवल उत्तर प्रदेश के दो करोड़ किसानो को किसान समृद्धि योजना के तहत 1200 करोड़ रूपए वितरित किए गए जबकि आयुष्मान योजना का लाभ देश के 50 करोड लोगों को मिला।
प्रधानमंत्री ने अपने एक दिवसीय संक्षिप्त दौरे में 48 योजनाओं का शिलान्यास अथवा उदघाटन किया जिसमें बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय (बीएचयू) में 430 बिस्तरों का सुपर स्पेशलिटी सरकारी अस्पताल शामिल है। इसके अलावा उन्होंने पंडित दीनदयाल उपाध्याय स्मारक केन्द्र को राष्ट्र को सौंपा और भाजपा के आदर्श की 63 फिट ऊंची प्रतिमा का अनावरण किया।
उन्होंने कहा कि यह स्मारक लोगों के लिए प्रेरणा का श्रोत बना रहेगा। पंडित दीनदयाल के विचार युवा वर्ग काे प्रभावित करेंगे। भाजपा का लक्ष्य पंडित दीनदयाल उपाध्याय के आदर्शो पर चलते हुए समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचना है। मोदी ने देश की तीसरी निजी ट्रेन महाकाल एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखा कर रवाना किया।