दिल्ली। नागरिकता संशोधन बिल (CAB) लोकसभा और राज्यसभा में पास हो गया है। बिल के पक्ष में 125 और विपक्ष में 105 वोट पड़े। इसको कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने काला दिन बताया हैं। इससे पहले विधेयक को प्रवर समिति में भेजने के मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के के. के. रागेश के प्रस्ताव को सदन ने 99 के मुकाबले 124 मतों से खारिज कर दिया। एक सदस्य ने मतदान में हिस्सा नहीं लिया। साेमवार को केंद्र सरकार ने लोकसभा से यह बिल पास करा लिया था अब उसकी परीक्षा राज्यसभा में हो गई है।
लोकसभा में नाचता संशोधन बिल पास कराने में केंद्र सरकार का शिवसेना ने खुलकर साथ दिया था लेकिन इस बार शिवसेना किसे समर्थन कर रही है अभी तक उसने पत्ते नहीं खोले हैं। आज राज्यसभा में गृहमंत्री अमित शाह ने नागरिकता संशोधन बिल पेश कर दिया है। इसके विरोध में कांग्रेसी के कई नेताओं ने इस बिल का जबरदस्त विरोध किया है। नागरिकता संशोधन बिल पर आज राज्यसभा में चर्चा हो रही है। कांग्रेस की ओर से आनंद शर्मा ने इस बिल पर चर्चा के दौरान कहा कि ये बिल जल्दबाजी में पेश करके सरकार नया इतिहास लिखने की कोशिश कर रही है।
वह ऐसा न करे।कांग्रेस पर धार्मिक आधार पर देश को बांटने के आरोप पर उन्होंने कहा कि दो देशों की थ्योरी वीर सावरकर ने पेश की थी, कांग्रेस ने नहीं। सदन में कांग्रेस नेता ने आनंद शर्मा ने कहा, हम इस बिल का विरोध करते हैं। विरोध का कारण राजनीतिक नहीं बल्कि संवैधानिक है। सरकार बिल पर जल्दबाजी क्यों कर रही है। उन्होंने कहा ये नागरिकता बिल भेदभाव पैदा करता है। ये बिल संविधान की नींव पर हमला है। पूर्व गृह मंत्री पी चिदंबरम ने भी इस बिल पर केंद्र सरकार पर हमला बोला है।
जदयू ने केंद्र सरकार का किया समर्थन
नागरिकता संशोधन बिल पर राज्यसभा में चर्चा जारी है। इस दौरान एनडीए में बीजेपी की सहयोगी जदयू ने बिल का समर्थन किया है। जदयू नेता आरसीपी सिंह ने कहा है कि बिल में किसी भी धर्म के साथ अन्याय नहीं होगा। बता दें कि लोकसभा में भी बिल का जनता दल यूनाइटेड ने समर्थन किया था, जिसके बाद पार्टी के दो बड़े नेता नाराज हो गए थे।पार्टी के उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर और पार्टी के पुराने नेता पवन वर्मा ने बिल का समर्थन करने पर अपनी नाराजगी जताई थी।
इस बिल के पास हो जाने पर आतंकियों पर लगेगी लगाम
नागरिकता संशोधन बिल पर गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि पड़ोसी देशों से आने वाले आतंकियों के लिए आज बहुत जगह बढ़ गई है। इस बिल के पास हो जाने पर आतंकवादियों पर लगाम लग सकेगी। उन्होंने कहा कि विपक्ष को यह बात समझना चाहिए राज्यसभा में शोर-शराबा करने से कोई फायदा नहीं होगा यह बिल देश हित में है। अमित शाह ने कहा कि यह बिल नागरिकता का अधिकार लेकर आया है। विशेषकर रियायत वर्गों के लिए सोच कर इस बिल को लाया गया है। इस सदन के माध्यम से पूरे देश की जनता का ध्यान दिलाना चाहूंगा, 2019 में जब आम चुनाव हुए थे तब सत्ताधारी पार्टी बीजेपी और साथी दल ने घोषणापत्र बनाया था। उसको हमने देश की जनता के सामने रखा था।
शंभू नाथ गौतम, वरिष्ठ पत्रकार