मऊ । रेलवे की बदहाली का ठीकरा पिछली सरकारों पर फोड़ते हुये रेल राज्यमंत्री मनोज सिन्हा ने मंगलवार को कहा कि भारतीय रेल को विश्वस्तरीय बनाने के लिये सरकार हर संभव प्रयास कर रही है।
मऊ जंक्शन और लखनऊ के बीच इंटरसिटी एक्सप्रेस के शुभारंभ के मौके पर सिन्हा ने कहा कि आजादी के बाद से रेल विकास के मामले में उत्तर प्रदेश खासकर पूर्वांचल काफी उपेक्षित रहा है। देश में सर्वाधिक आबादी वाले इस राज्य के इस दौरान कोई परियोजनाएं आई तो वह भी रायबरेली और अमेठी तक ही सिमट कर रह गई।
उन्होने कहा कि वर्ष 2014 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में बनी राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार के बाद रेल सुविधाओं में निरंतर विकास हुआ है। उनका दावा है कि आजादी के बाद से 2014 तक जितनी धनराशि पूर्वी उत्तर प्रदेश में रेल के लिए आवंटित की गई थी, उससे अधिक पिछले चार सालों में पूर्वी उत्तर प्रदेश में लाने का काम किया है। आने वाले दिनों में पूर्वी उत्तर प्रदेश का रेल नेटवर्क देश के किसी भी हिस्से से किसी मायने में कमजोर नहीं रहेगा।
रेल राज्य मंत्री ने कहा कि मऊ जंक्शन पर वाशिंग पिट समेत अन्य निर्माण कार्य 70 फीसदी से अधिक पूरे हो चुके हैं जबकि शेष कार्य आगामी दिसंबर तक पूरे करा लिए जाएंगे। इसके बाद ट्रेनों के टर्मिनेट हो कर चलने की व्यवस्था हो जाने पर तमाम ट्रेनों की सुविधाएं बढ़ जाएंगी।
उन्होंने बताया कि मऊ आजमगढ़ शाहगंज रेलखंड, मऊ रतनपुरा बलियां रेलखण्ड, मऊ भटनी रेलखण्ड के दोहरीकरण, विद्युतीकरण का काम शीघ्र ही शुरू होने के साथ ही इंदारा दोहरीघाट मीटर गेज लाईन के आमान परिवर्तन के साथ ही सहजनवा तक रेल लाइन का कार्य जल्द ही प्रारंभ हो जाएगा।