जयपुर। राजस्थान में इक्कीस अक्टूबर को नागौर जिले के खींवसर एवं झुंझुनूं जिले के मंडावा विधानसभा क्षेत्र में होने वाले विधानसभा उपचुनाव के लिए प्रचार का शोर शनिवार शाम पांच बजे थम गया जहां कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी तथा राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी की चुनाव प्रतिष्ठा दांव पर लगी है।
उपचुनाव सोमवार को होगा और इसकी मतगणना चौबीस अक्टूबर को होगी। उपचुनाव में कांग्रेस सरकार के लिए जहां खींवसर एवं मंडावा सीट जीतकर पिछले विधानसभा में चुनाव जीतने के बाद सरकार बनाकर अपनी प्रतिष्ठा कायम की, उसे बचाने एवं दोनों जगहों पर अपना कब्जा जमाने काे लेकर तथा रालोपा के राष्ट्रीय संयोजक हनुमान बेनीवाल के लिए खींवसर एवं भाजपा के लिए मंडावा में अपनी सीट को बरकरार रखने को लेकर चुनावी प्रतिष्ठा दांव पर है।
भाजपा ने गत लोकसभा चुनाव में रालोपा के साथ मिलकर सभी पच्चीस सीटों पर कब्जा जमाया था और वह अब दोनों उपचुनाव भी जीतकर अपनी प्रतिष्ठा को बरकरार रखना चाहेगी। खींवसर में रालोपा और भाजपा मिलकर चुनाव लड़ रहे हैं।
हालांकि प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद बहुजन समाज पार्टी के छह विधायकों को कांग्रेस में शामिल कर लेने से स्थिति मजबूत मानी जा रही है लेकिन उपचुनाव में हनुमान बेनीवाल के गढ़ खींवसर से उनके छोटे भाई नारायण बेनीवाल को चुनाव मैदान में उतार देने से कांग्रेस प्रत्याशी पूर्व मंत्री हरेन्द्र मिर्धा के लिए चुनावी मुकाबला आसान नजर नहीं आ रहा है।
इसी तरह कांग्रेस का गढ़ रहे मंडावा में सात बार विधायक रहे रामनारायण चौधरी की बेटी कांग्रेस की पूर्व विधायक रीटा चौधरी के चुनाव मैदान में होने से भाजपा की उम्मीदवार सुशीला सीगड़ा के लिए चुनाव आसान नहीं लग रहा। हालांकि भाजपा और रालोपा गठबंधन दोनों जगहों पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में जिस तरह देश आगे बढ़ रहा है तथा कश्मीर से अनुच्छेद 370 को समाप्त करने, तीन तलाक आदि सहित मोदी सरकार की जनकल्याणकारी नीतियों के सहारे अपनी जीत का दावा कर रहे है। उधर, कांग्रेस भी भाजपा पर जनता को भ्रमित करने का आरोप लगाकर दोनों जगह अपनी जीत का दावा कर रही है।
मंडावा में भाजपा प्रत्याशी के पक्ष में केन्द्रीय मंत्री अर्जुन लाल मेघवाल, अभिनेत्री एवं सांसद हेमामालिनी, भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष सतीश पुनियां, हनुमान बेनीवाल एवं कई पूर्व मंत्रियों सहित भाजपा के कई नेताओं ने चुनाव प्रचार किया वहीं कांग्रेस की प्रत्याशी के पक्ष में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट, कई मंत्रियों एवं विधायकों सहित कई कांग्रेसी नेताओं ने चुनाव प्रचार किया।
इसी तरह खींवसर में हनुमान बेनीवाल के अलावा भाजपा के कई नेताओं ने राजग प्रत्याशी के पक्ष में चुनाव प्रचार किया। इसी तरह कांग्रेस प्रत्याशी मिर्धा के समर्थन में अशोक गहलोत, सचिन पायलट सहित कई कांग्रेस नेताओं ने चुनाव प्रचार किया।
चुनाव प्रचार समाप्त होने के बाद दोनों जगह के प्रत्याशी अब घर घर जाकर मतदाताओं को अपने पक्ष में करने का प्रयास में जुट गए। उपचुनाव में खींवसर से एक निर्दलीय सहित तीन उम्मीदवार तथा मंडावा से पांच निर्दलीयों सहित नौ प्रत्याशी चुनाव मैदान में है। खींवसर में दो लाख 50 हजार 763 मतदाता हैं जहां मतदान के लिए 266 मतदान केन्द्र स्थापित किए गए हैं जबकि मंडावा में दो लाख 30 हजार 384 मतदाता हैं जहां 259 मतदान केन्द्र बनाए गए है।