भीलवाड़ा। राजस्थान के भीलवाड़ा में कोटड़ी चारभुजा नाथ के संग तुलसी विवाह समारोह को लेकर भीलवाड़ा में निकाली गई शोभायात्रा में निषेधाज्ञा के बावजूद दो हज़ार की भीड़ एकत्र कर क़ानून व्यवस्था ख़राब करने के आरोप में भारतीय जनता पार्टी के जिलाधक्ष, दो विधायकों और नगर परिषद के सभापति सहित करीब तीस लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
पुलिस उपाधीक्षक (शहर) हंसराज बैरवा ने सोमवार रात यह मुक़दमा दर्ज कराया जिसमें भाजपा के विधायक विट्ठल शंकर अवस्थी तथा गोपी चंद मीना भी शामिल है। पुलिस अधीक्षक आदर्श सिधू ने बताया की की भाजपा के विधायक तथा कई नेता आयोजन का हिस्सा नहीं थे लेकिन लोगों की भारी भीड़ देखकर राजनीतिक लाभ लेने के लिए पहुंच गए तथा भीड़ को पुलिस के ख़िलाफ़ भड़काते रहे और किसी भी तरह क़ानून की पालना के लिए तैयार नहीं हुए। जानबूझकर भीड़ को रूट के विपरीत तंग गलियों में ले गये तथा माहौल को ख़राब करने की तमाम कौशिशें की गई ताकि शहर का वातावरण ख़राब हो पर पुलिस की सजगता से मामला बिगड़ने से बचा रहा।
बैरवा ने बताया की कोटड़ी चारभुजा से भीलवाड़ा शहर में प्रवेश करने वाली भगवान चारभुजा तुलसी विवाह समारोह की शोभायात्रा में क्षमता से ज्यादा लोग शामिल हुए और प्रतिबंध के बावजूद कानून का उल्लंघन करते हुए हाथी को सकरी गलियों से गुजारा गया। इसे लेकर भाजपा जिलाध्यक्ष लादू लाल तेली, विधायक विट्ठल शंकर अवस्थी एवं गोपी राम मीणा, नगर परिषद सभापति राकेश पाठक तथा कोटडी के प्रधान सहित लगभग तीस लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। इसकी जांच सीआईडी क्राइम ब्रांच जयपुर करेगी।