श्रीगंगानगर। राजस्थान में श्रीगंगानगर जिले के पदमपुर कस्बे में भाजपा द्वारा आयोजित जिला कार्यसमिति की बैठक में भाग लेने जा रहे भाजपा नेताओं को रोकने के प्रयास में हुई धक्का-मुक्की को लेकर किसान आंदोलनकारियों पर दो महिलाओं ने छेड़छाड़ करने का आरोप लगाते हुए आज मामला दर्ज करवाया।
पदमपुर थाना पुलिस के अनुसार कस्बे के वार्ड नंबर 15 की निवासी एक महिला ने रिपोर्ट दी है कि वह और उसके साथ एक और महिला रविवार को कस्बे के समीप एक मैरिज पैलेस में आयोजित भाजपा जिला कार्यसमिति की बैठक के दौरान वहां से जा रही थी।
इसी दौरान रणजीतसिंह राजू, गुरुबलपालसिंह, संतवीरसिंह, रविंद्र तरखान, मनिंदर सिंह मान, सुखबीर सिंह, इंद्रराज पूनिया, मंगत शर्मा, गुरप्रीतसिंह, बलराज सिंह, हरचरणसिंह, बलजिंदर सिंह उप्पल, सतविंदर सिंह, श्योपतराम मेघवाल, विक्रमजीतसिंह सहित 20-30 अन्य लोगों ने उनके साथ छेड़छाड़ की और जातिसूचक गालियां निकाली।
पुलिस ने बताया कि इस रिपोर्ट के आधार पर धारा 354 और अनुसूचित जाति जनजाति अधिनियम की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। शौकत राम मेघवाल अखिल भारतीय किसान सभा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य हैं, जबकि रणजीत सिंह राजू ग्रामीण मजदूर किसान समिति (जीकेएस) के संयोजक और संतवीरसिंह प्रवक्ता हैं। रविंद्र तरखान किसान सभा के प्रवक्ता हैं मनिंदरसिंह मान किसान आर्मी के संयोजक हैं। गुरुबलपालसिंह गंग कैनाल प्रोजेक्ट के पूर्व चेयरमैन है।
भाजपा द्वारा कल रविवार को पदमपुर कस्बे के निकट गणेशम मैरिज पैलेस में जिला कार्यसमिति की बैठक का आयोजन किया गया था। इस का पता चलने पर कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलनरत संयुक्त किसान मोर्चा में शामिल इलाके के सभी किसान संगठनों ने बैठक का विरोध करने का ऐलान कर दिया। भाजपा नेताओं को बैठक में जाने नहीं देने का इन संगठनों की तरफ से आह्वान किया गया।
रविवार सुबह 10 बजे चक 18-बीबी टोल नाका पर इकट्ठा हुए किसान मैरिज पैलेस की तरफ कूच कर गए। पैलेस के समीप एक पुलिया पर उन्होंने धरना देकर बैठक में भाग लेने जा रहे भाजपा नेताओं को रोकना शुरू कर दिया। इस आह्वान को देखते हुए भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई। रायसिंहनगर के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक की अगुवाई में 13 थानों के प्रभारी दलबल सहित मौजूद रहे।
इसी दौरान ही जिला भाजपा के प्रभारी और बीकानेर जिले से विधायक बिहारीलाल बिश्नोई जब बैठक में जाने लगे तो आंदोलनकारी किसानों ने उनसे धक्का-मुक्की की। किसानों ने उनको बैठक में नहीं जाने दिया। पैलेस में जब भाजपाइयों को इस बात का पता चला तो उन्होंने विधायक को अंदर लाने के लिए महिला नेत्रियों को कर दिया। महिला नेत्रियां जब उन्हें अपने साथ अंदर ले जाने लगी तब काफी धक्का-मुक्की हुई। पुलिस को हल्के बल का प्रयोग करना पड़ा।