जयपुर/नई दिल्ली। केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने रिश्वतखोरी के कथित मामले में जयपुर में तैनात दक्षिण पश्चिमी कमान के एकीकृत वित्तीय सलाहकार (आईएफए) सहित सात लोगों को गिरफ्तार किया है।
सीबीआई ने शुक्रवार को यहां जारी एक बयान में बताया कि रिश्वतखोरी के आरोप में आईएफए, लेखा अधिकारी, कनिष्ठ अनुवादक, पीसीडीए, चार फर्मों के निजी व्यक्तियों और अज्ञात लोक सेवकों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था।
ऐसा आरोप था कि तीन निजी फर्मों के अभियुक्तों ने साजिश रची और दक्षिण पश्चिमी कमान में विभिन्न स्थानों के लिए संरक्षण सेवाओं की आउटसोर्सिंग से संबंधित सभी कार्यों को प्राप्त कर रहे थे और उक्त कार्यों के अवार्ड में अनुचित पक्ष लेने के साथ-साथ जीईएम के प्रावधानों को भी दरकिनार कर रहे थे। बयान में कहा गया है कि जयपुर में आईएफए, दक्षिण पश्चिमी कमान के अधिकारियों को रिश्वत देकर बिना किसी आपत्ति के बिलों का भुगतान किया गया।
ऐसा भी आरोप लगाया गया कि उक्त आईएफए लेखा अधिकारी, कनिष्ठ अनुवादक, पीसीडीए के साथ-साथ जयपुर स्थित एक कंपनी के एक निजी व्यक्ति (जो लोक सेवकों के लिए बिचौलियों के रूप में काम कर रहा था) के साथ मिलीभगत करके निजी ठेकेदारों से अवैध परितोषण की मांग कर रहे थे और प्राप्त कर रहे थे।
बयान में बताया गया कि इस सिलसिले में जयपुर, जींद, बठिंडा, गंगानगर सहित नौ अलग-अलग स्थानों पर तलाशी ली गई, जिसमें 40 लाख रुपए की नकदी, लोक सेवकों से संबंधित विभिन्न संपत्ति के दस्तावेज और आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद हुए