नई दिल्ली। सरकार ने सुप्रीमकोर्ट द्वारा दो दिन पूर्व बहाल किए गए केन्द्रीय जांच ब्यूरो के निदेशक आलोक वर्मा को उनके पद से हटाकर अग्नि शमन सेवा और होम गार्ड्स का महानिदेशक बना दिया है।
कार्मिक मामलों के मंत्रालय की एक विज्ञप्ति के अनुसार मंत्रिमंडल की नियुक्ति मामलों की समिति ने यह निर्णय लिया है। समिति ने इसके साथ ही सीबीआई के अतिरिक्त निदेशक नागेश्वर राव को नए निदेशक की नियुक्ति तक पहले की तरह निदेशक का कामकाज संभालने को कहा है।
सरकार ने कुछ माह पूर्व वर्मा को छुट्टी पर भेजने के बाद राव को सीबीआई का अंतरिम निदेशक बनाया था। वर्मा ने इस आदेश को उच्चतम न्यायालय में चुनौती दी थी। न्यायालय ने गत मंगलवार को उन्हें बहाल करने का आदेश दिया था और साथ ही उन्हें कोई नीतिगत फैसला न करने की हिदायत दी थी। न्यायालय ने वर्मा के बारे में अंतिम फैसला करने का अधिकार सीबीआई निदेशक के चयन संबंधी समिति पर छोड दिया था।
समिति की प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में आज शाम यहां हुई बैठक में वर्मा को बहुमत के आधार पर पद से हटाने का फैसला लिया। समिति के दो अन्य सदस्यों में लोकसभा में सबसे बडे दल कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे और उच्चतम न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई के प्रतिनिधि के तौर पर न्यायमूर्ति ए के सिकरी शामिल थे। वर्मा अपने नए पद पर सेवानिवृति के दिन यानी 31 जनवरी तक रहेंगे।