नई दिल्ली। भारतीय बैंकों का करोड़ों रुपए का चूना लगाकर विदेश भागे हीरा कारोबारी नीरव मोदी के प्रत्यर्पण के लिए केंद्रीय जांच ब्यूरो अपने स्तर पर हरसंभव प्रयास कर रहा है, लेकिन इसमें थोड़ा वक्त लग सकता है।
सीबीआई सूत्रों ने मंगलवार को यहां बताया कि जांच एजेंसी हीरा कारोबारी नीरव मोदी के प्रत्यर्पण के लिए अपने स्तर पर प्रयास कर रही है, ताकि उसके खिलाफ न्यायिक प्रक्रिया शुरू की जा सके।
सूत्रों ने, हालांकि यह भी स्वीकार किया कि प्रत्यर्पण की प्रक्रिया में कुछ वक्त लग सकता है। सीबीआई का अपना अधिकार क्षेत्र है और उसी दायरे में उसे काम करना होता है। जांच एजेंसी ने अपने दायित्व का पूर्ण निर्वहन किया है, बाकी का काम भारत और ब्रिटेन की सरकारों का है।
गौरतलब है कि नीरव मोदी की गिरफ्तारी किसी भी वक्त हो सकती है। लंदन स्थित वेस्टमिंस्टर अदालत ने नीरव मोदी के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया है।
प्रवर्तन निदेशालय के सूत्रों ने कल यहां बताया था कि नीरव मोदी के खिलाफ लंदन की अदालत ने गिरफ्तारी वारंट जारी किया है। भगोड़ा नीरव मोदी पिछले दिनों लंदन की सड़कों पर दिखाई दिया था, जिसके बाद विदेश मंत्रलाय ने बयान जारी कर कहा था कि सरकार नीरव मोदी के प्रत्यर्पण को लेकर कार्रवाई कर रही है।
सीबीआई ने इंटरपोल और ब्रिटिश अधिकारियों से सम्पर्क साधकर नीरव मोदी के खिलाफ जारी रेड कॉर्नर नोटिस पर कार्रवाई करते हुए उसकी तुरंत गिरफ्तारी की मांग की थी। नीरव मोदी और उसके मामा मेहुल चौकसी ने पंजाब नेशनल बैंक को 13 हजार करोड़ रुपए के घोटाले को अंजाम दिया था।
भारतीय अधिकारियों के आवेदन पर नीरव मोदी की गिरफ्तारी के लिए पिछले साल जुलाई में इंटरपोल ने रेड कॉर्नर नोटिस भी जारी किया था और अब ब्रिटेन की अदालत ने उसके खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी कर दिया है।