वडोदरा। सीबीआई ने 2654 करोड़ रूपये के बैंक रिण घोटाले के सिलसिले में आज गुजरात के वडोदरा आधारित बिजली उपकरण विनिर्माता कंपनी मेसर्स डायमंड पावर इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड के यहां स्थित ठिकानों और इसके निदेशक के आवास आदि पर छापेमारी की तथा इस सिलसिले में कंपनी के निदेशकों के खिलाफ एक मामला भी दर्ज किया।
प्राथमिक सूचना के अनुसार जांच एजेंसी ने कंपनी के गोरवा स्थित कारपोरेट कार्यालय तथा समलाया के फैक्ट्री और इसके निदेशक सेवासी स्थित आवास आदि पर छापेमारी की।
कंपनी ने अपने कारोबार और बिक्री के बारे में गलत जानकारी देकर 11 बैंकों और आठ वित्तीय कंपनियों के गठजोड़ से 2654 करोड़ रूपये का रिण ले लिया था। समझा जाता है कि इस मामले में कई बैंक कर्मियों की भी मिलीभगत थी। मजेदार बात यह है कि कंपनी ने रिजर्व बैंक की ओर से इसे काली सूची में डाले जाने के बावजूद बैंकों से इतनी मोटी रकम बतौर रिण हासिल कर ली थी।
कंपनी ने हाल में राष्ट्रीय कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल में दिवालिया अर्जी दी थी। ट्रिब्यूनल ने इसकी परिसंपत्तियों को बेचने पर रोक लगाते हुए एक प्रशासक की नियुक्ति की थी।