कोलकाता। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री एवं तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ममता बनर्जी सोमवार को यहां के निजाम पैलेस में स्थित केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) दफ्तर के सामने धरना पर बैठ गई।
बनर्जी कोलकाता के पूर्व महापौर सोवन चटर्जी के साथ अपने सहयोगी मंत्रियों सुब्रत मुखर्जी, फिरहाद हाकिम तथा विधायक मदन मित्रा की गिरफ्तारी का विरोध कर रही हैं। इससे पहले सीबीआई ने नारदा स्टिंग ऑपरेशन मामले में इन चारों को गिरफ्तार कर लिया। नारदा स्टिंग ऑपरेशन का टेप 2016 में जारी हुआ था।
मुख्यमंत्री ने मांग की है कि उन्हें भी गिरफ्तार किया जाए क्योंकि उन्होंने निजाम पैलेस में प्रदर्शन किया था। उधर, तृणमूल समर्थकों ने इन नेताओं की गिरफ्तारी के विरोध में निजाम पैलेस में प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने तृणमूल नेताओं को रिहा करने की मांग करते हुए भारतीय जनता पार्टी तथा राज्यपाल जगदीप धनखड़ के खिलाफ नारेबाजी की।
तृणमूल कांग्रेस ने कोलकाता पुलिस से राज्य के मंत्रियों को गिरफ्तार करने वाले सीबीआई अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की। इस सिलसिले में तृणमूल ने कोलकाता के पुलिस आयुक्त को चिट्ठी लिखी है, जिसमें सीबीआई पर भाजपा तथा बंगाल के राज्यपाल के इशारे पर काम करने का आरोप लगाया है।
सीबीआई ने अतिरिक्त केंद्रीय बलों की तैनाती की मांग की है क्योंकि प्रदर्शनकारी निजाम पैलेस के सामने लगे बैरिकेड को तोड़ने की कोशिश कर रहे हैं।
उधर, विधानसभा अध्यक्ष विमान बनर्जी ने दावा किया है कि गिरफ्तारी की प्रक्रिया गैर कानूनी है। उन्होंने कहा कि विधायकों की गिरफ्तारी के लिए विधानसभा अध्यक्ष के अनुमति लेनी जरूरी है। इस मामले में ऐसा नहीं किया गया। उन्होंने कहा कि राज्यपाल द्वारा चार्जशीट की अनुमति देना गैर कानूनी है।
उधर, तृणमूल सांसद अभिषेक बनर्जी ने ट्वीट कर कहा कि मैं सभी से कानून का पालन करने और बंगाल तथा राज्य के लोगों के व्यापक हित के लिए लॉकडाउन मानदंडों का उल्लंघन करने वाली किसी भी गतिविधि से दूर रहने का आग्रह करता हूं। हमें न्यायपालिका पर पूरा भरोसा है और लड़ाई कानूनी रूप से लड़ी जाएगी।
राज्य की स्वास्थ्य मंत्री चंद्रिमा भट्टाचार्य ने दावा किया कि यह भाजपा की सियासी चाल है। तृणमूल प्रवक्ता कुणाल घोष ने कहा कि भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मुकुल रॉय के खिलाफ प्राथमिकी क्यों नहीं दर्ज की गई? रॉय ने पूर्व आईपीएस अधिकारी मिर्जा से पैसे लिए थे। साथ ही, मौजूदा समय में विधानसभा में विपक्ष के सुवेंदु अधिकारी को गिरफ्तार क्यों नहीं किया गया? उन्हें टेप में पैसे लेते भी देखा गया था।
उन्होंने कहा कि ऐसा इसलिए क्योंकि ये लोग भाजपा में शामिल हो गए हैं और उन्हें सुरक्षा मिली है। विधानसभा चुनाव हारने के बाद यह भाजपा की बदला लेने की रणनीति के अलावा और कुछ नहीं है।
वहीं राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने ट्वीट कर कहा कि चिंताजनक स्थिति से चिंतित हूं। ममता बनर्जी से संवैधानिक मानदंडों और कानून के मुताबिक शासन करने का आह्वान करता हूं। पुलिस को कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए हर संभव कदम उठाने चाहिए। दुखद- स्थिति को अधिकारियों द्वारा ठोस कार्रवाई नहीं करके बढ़ावा दिया जा रहा है।
इससे पहले सीबीआई अधिकारी हाकिम, मुखर्जी, मित्रा तथा चट्टर्जी को नारदा स्टिंग ऑपरेशन मामले में उनके घर से गिरफ्तार कर सीबीआई दफ्तर लेकर आए। हाकिम ने कहा कि सीबीआई ने उन्हें नारदा स्टिंग ऑपरेशन मामले में गिरफ्तार किया है। उन्होंने आरोप लगाया कि उन्हें बिना कोई नोटिस के गिरफ्तार किया गया है।