नई दिल्ली। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने बुधवार को यह स्पष्ट किया कि उसने एक अप्रैल को ही घोषणा कर दी थी कि लॉकडाउन के बाद ही उत्तरी दिल्ली में दसवीं बोर्ड के छह पेपर और बारहवीं बोर्ड के 11 पेपर की परीक्षाओं के बारे में निर्णय लिया जायेगा।
गौरतलब है कि राजधानी में दंगों के कारण ये पेपर नहीं हो पाए थे। सीबीएसई ने मीडिया में छपी इन खबरों को बेबुनियाद बताया कि बोर्ड ने दसवीं और बारहवीं बोर्ड की परीक्षाओं के बारे में कोई नया फैसला किया है। बोर्ड का कहना है कि एक अप्रैल को जो प्रेस विज्ञप्ति जारी की थी, उसमें कोई परिवर्तन नहीं किया गया है। उसने कहा कि एक अप्रैल को परिपत्र जारी कर पहले ही फैसला लिया जा चुका है कि दसवीं और 12वीं के बोर्ड के बचे हुए पेपरों की परीक्षा के बारे में निर्णय विचार विमर्श कर लिया जाएगा और दस दिन का समय दिया जाएगा।
सीबीएसई ने यह भी कहा है कि देश के अन्य भागों में 12वीं बोर्ड के 12 पेपरों की परीक्षाओं के बारे में निर्णय भी लॉकडाउन के बाद विचार-विमर्श कर लिया जाएगा और दस दिन पहले सूचना दी जाएगी।