अजमेर। केंद्र सरकार के जम्मू-कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा समाप्त कर दो केंद्रशासित प्रदेश बनाने के फैसले से अजमेर में जश्न का महौल नजर आया तथा जगह जगह आतिशबाजी की गई।
भारतीय जनता पार्टी के अलावा कई छात्र एवं स्वयंसेवी संस्थाओं के कार्यकर्ताओं के अलाव सोमवार को जगह-जगह लोगों ने जश्न मनाया। ढोल-नगाड़े एवं डमरू की थाप पर थिरके और एक-दूसरे का मुंह मीठा कर बधाईयां दीं। ‘भारत माता की जय’, ‘जनसंघ संस्थापक डॉ श्याम प्रसाद मुखर्जी अमर रहे’ और ‘मोदी-अमित शाह जिंदाबाद’ के गगन भेदी नारे दिनभर गूंजते रहे।
शहर के बीचोंबीच मदार गेट चौराहे पर बीजेपी समर्थकों ने पटाखे छोड़े, एक-दूसरे का मुंह मीठा किया। ढोल-नगाड़ों की थाप पर थिरकते कार्यकर्ताओं ने ‘भारत माता की जय’, ‘मोदी-अमित शाह जिंदाबाद’ के नारे लगाकर अपनी खुशी का इजहार किया।
इसी तरह विधि महाविद्यालय के छात्रों ने भी खुशी का इजहार किया और कहा कि आज का दिन देश के लिए ‘ऐतिहासिक’ है और जश्न का सिलसिला अभी शुरु हुआ है। कुछ ऐसा ही नजारा देर शाम बीकानेर मिष्ठान भंडार वैशाली नगर, बजरंगगढ के पास तथा विभिन्न कॉलोनियों में भी दिखा। लोग खशी झूमते नजर आए।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् के नेता एवं कार्यकर्ता भी ढोल-नगाड़ों की थाप काफी देर तक थिरके रहे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में आज ऐसा फैसला हुआ है, जिससे जम्मू-कश्मीर ही नहीं, देश भर में अमन और तरक्की के कई रास्ते खुलेंगे।
गौसेवक कबीरा सेन ने कहा कि श्याम प्रसाद मुखर्जी के बलिदान की बदौलत ‘एक संविधान-एक विधान, एक निशान’ लागू करने सपना आज पूरा हुआ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और ग्रह मंत्री अमित शाह ने ऐतिहासिक कार्य कर देश वासियों का दिल जीत लिया। है। उन्हें बहुत-बहुत बधाई।
विहिप पदाधिकारी एडवोकेट शशिप्रकाश इंदोरिया ने कहा कि जम्मू-कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देने वाले भारतीय संविधान की धारा 370 को हटाने के लिए जीवन भर प्रयास करते रहे। उन्होंने प्रधानमंत्री एवं गृहमंत्री को बधाईयां देते हुए कहा कि आज का दिन देश के इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में लिखा जाएगा।
अधिवक्ताओं ने कोर्ट परिसर में भारत माता की जय और वंदे मातरम के नारे लगाए। उन्होंने मिठाईयां बांटी और मोदी एवं शाह के जिंदाबाद के नारे लगाकर खुशी का इजहार किया तथा कहा कि अब पाकिस्तानी आतंकवादियों को भारत में प्रवेश के रास्ते बंद हो जाएंगे और देश में अमन-शांति का महौल बेहतर होगा।